किसान स्वराज संगठन के राष्ट्रीय महामंत्री भगवान मीणा ने इंस्टाग्राम पोस्ट के माध्यम से सरकार को दी चेतावनी
मध्यप्रदेश के सीहोर जिले में इन्दौर भोपाल हाईवे पर पार्वती नदी में लहसुन की भरी बोरियां फेंकते हुए एक वीडियो देशभर में जमकर वायरल हो रहा है।
मध्यप्रदेश में लहसुन उनकी फसल के भाव नहीं मिलने के कारण किसान द्वारा नदी में लहसुन की बोरियां फेंकने का वीडियो किसान स्वराज संगठन द्वारा अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर डालने के बाद मध्य प्रदेश की राजनीति में किसानों का मुद्दा गरमाया हुआ है।
मध्यप्रदेश के सीहोर जिले में इन्दौर भोपाल हाईवे पर पार्वती नदी में लहसुन की भरी बोरियां फेंकते हुए एक वीडियो देशभर में जमकर वायरल हो रहा है। इस समय लहसुन का भाव नहीं मिलने से नाराज किसान परेशान होकर अपनी लहसुन की फसल यहां-वहा फेंकते नजर आ रहे हैं।क्योंकि लहसुन का भाव मंडियों में 50 पैसे प्रति किलो चल रहा है जबकि इसमें तुलाई का भी पैसा किसानों का नहीं निकल रहा है। उनको अपनी जेब से मंडी तक लाने का डीजल का पैसा लग रहा है। यही कारण किसान लहसुन को यहां-वहां फेंक रहे हैं।
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किसान स्वराज संगठन के राष्ट्रीय महामंत्री भगवान मीणा ने इंस्टाग्राम पर पोस्ट की और उसमें सरकार को चेतावनी दी है कि अगर सरकार ने जल्द ही लहसुन की खरीदी ₹50 प्रति किलो और प्याज की खरीदी ₹20 प्रति किलो शुरू नहीं की तो मध्यप्रदेश में संगठन एक बड़ा किसान आंदोलन करेगा, जिसकी जिम्मेदार खुद सरकार होगी। क्योंकि किसान लहसुन के भाव को लेकर काफी समय से सरकार के सामने अपनी मांग रख रहे हैं कि सरकार लहसुन प्याज पर भी न्यूनतम समर्थन मूल्य MSP जारी करें और सुनिश्चित करें कि इससे कम भाव पर लहसुन और प्याज मंडी में नहीं बिके।
वहीं विपक्ष किसानों को लहसुन और प्याज के भाव नहीं मिलने को मुद्दा बना रहा है। कांग्रेस नेता किसानों के पोस्ट शेयर करते नजर आए।