जैसलमेर: उपवास के चलते कई लोगों ने किया मनपसंद बगर का सेवन, 200 से अधिक मरीज पहुंचे जिला अस्पताल
मनपसंद बनी सबकी नापसंद, मरीजों के आने का सिलसिला जारी
जैसलमेर - देश भर में आज नवरात्रि की धूम है जिसके चलते सभी मंदिरों में दर्शन के लिए भक्तों का तांता लगा है। लोग दूर दराज से आज नवरात्रि की स्थापना के पहले दिन दर्शन करने मंदिरों में कतार लगाए दर्शन करते नजर आए। दिन भर से श्रद्धा से भक्तों ने उपवास भी किए। शाम होते होते किसी को भी इसका अंदाजा नहीं था की इस उपवास में उनके सगार के रूप में खाई जाने वाली बगर उनके जीवन को संकट में डाल देगी।
देश प्रदेश में आज नवरात्रि के चलते कई लोग श्रद्धा भाव से देवी के नाम पर उपवास करते है ऐसे में उपवास के दौरान आहार के रूप में फल फ्रूट सहित कई खाने की चीजे होती है जिनका सेवन उपवास के दौरान किया जाता है। ऐसा ही एक उपवास के समय खाया जाने वाला एक मनपसंद नाम के ब्रांड की बगर खाने से जिले भर में करीब 200 से ज्यादा लोग फूड प्वाइजनिंग का शिकार हो गए।
शाम को करीब 5 बजे से ग्रामीण क्षेत्रो सहित जिले के जिला अस्पताल में फूड प्वाइजनिंग के मरीजों के आने का सिलसिला शुरू हुआ जो देखते देखते ही 200 का आंकड़ा पार कर गया।
एक साथ इतने फूड प्वाइजनिंग के मामले सामने वाले पर अस्पताल में एक बारगी अफरा तफरी का माहौल हो गया। मरीजों के साथ उनके परिवार सहित पहचान के लोग जिला अस्पताल में डॉक्टर को तलाशते नजर आए। एक साथ इतने मामले देख अस्पताल प्रशासन ने मरीजों को अविलंब उचित उपचार शुरू किया और इसकी जानकारी उच्च अधिकारियों को दी।
जानकारी मिलने पर पड़ताल में सामने आया की मनपसंद ब्रांड की एक बगर खाने से लोग फूड प्वाइजनिंग का शिकार हुवे है।
मामले की जानकारी मिलने पर फूड इंस्पेक्टर प्रवीण चौधरी तुरंत हरकत में आए और इस प्रोडक्ट्स को मार्केट में सप्लाई करने की जानकारी पुराने ग्रामीण बस स्टैंड में दो दुकानों द्वारा की जाने की सूचना मिली जिस पर फूड इंस्पेक्टर प्रवीण चौधरी ने तुरंत वहा जाकर तलाशी शुरू की।
फूड इंस्पेक्टर प्रवीण चौधरी ने बताया कि मामला जानकारी में आने पर हमने तुरंत प्रभाव से पड़ताल शुरू की। मरीजों से मिली जानकारी पर हमने शहर के बबर मगरा स्थित एक दुकान में दबिश दी लेकिन वहां से हमें इस ब्रांड का एक भी पैकेट बरामद नही हुआ। दुकानदार की निशानदेही पर हमने पुराने ग्रामीण बस स्टैंड की दो दुकानों पर दबिश देकर पड़ताल की लेकिन वहां से भी किसी प्रकार की कोई बरामदगी नही हुई है।
फूड इंस्पेक्टर ने बताया कि मामले को गंभीरता से लेते हुवे जोधपुर के फूड इंस्पेक्टर से हमने माल की सप्लाई करने वाले जोधपुर के एक दलाल के वहा दबिश करवाई जिसके पास से करीब 110 कट्टो में हमें 3300किलो ग्राम मनपसंद कंपनी की बगर बरामद करने में सफलता मिली है, जिसकी आगे की कार्यवाही जारी है।
सीमांत जैसलमेर जिले में एक ही दिन करीब 200 से ज्यादा लोग फूड पॉइजनिंग का शिकार होकर अस्पताल पहुंच गए हैं। जवाहिर चिकित्सालय में फूड पॉइजनिंग के करीब 200 लोगों के बीमार हालात में पहुंचने से अफरातफरी मच गई। मरीजों के साथ उनके परिवारजनों के चेहरों पर हवाइयां उड़ी दिखाई दी। आनन-फानन में अस्पताल में मौजूदा चिकित्सकों और अन्य चिकित्सा कर्मियों ने उन्हें ट्रोमा वार्ड के एक कमरे सहित अस्पताल में एक अन्य वार्ड में भर्ती कर उनका उपचार शुरू किया गया है। अस्पताल पहुंचने वाले मरीजों में जैसलमेर शहर के साथ चेलक, काणोद, गोगादे आदि गांवों से ग्रामीण मरीज भी शामिल थे। दूसरी ओर पोकरण उपखंड क्षेत्र के ओढ़ाणिया गांव में एक ही परिवार के 8 जने फूड पॉइजनिंग का शिकार होकर पोकरण अस्पताल पहुंच गए।
आस्था हुई आहत
नवरात्रि पर सदियों से उपवास करने की परंपरा चली आ रही है। नवरात्रि के नो दिनों तक भक्त अपनी इच्छा अनुसार उपवास करते है। ऐसे में फूड प्वाइजनिंग से हुई उल्टियों से लोगो के रखे गए व्रत भी खंडित हुवे तो वही लोगो की आस्था भी इससे आहत हुई।
फूड प्वाइजनिंग की शिकार अधिकांश महिलाएं।
जिले में आज फूड प्वाइजनिंग के मामले में अब तक करीब 200 से ज्यादा लोग इसका शिकार हुवे है जिसमे पुरुषो से ज्यादा इस फूड प्वाइजनिंग की शिकार महिलाए हुई है।
प्रशासन और जनप्रतिनिधि पहुंचे अस्पताल, मरीजों की ली कुशल क्षेम,
एक साथ इतने फूड प्वाइजनिंग के मरीज आने की जानकारी मिलने पर प्रशासन के आलाधिकारियों सहित जनप्रतिनिधि ने भी जवाहर चिकित्सालय पहुंच मरीजों की जानकारी ली और उनके बेहतर इलाज के लिए डॉक्टर व चिकित्सा कर्मियों को निर्देशित किया।
मामले की जानकारी मिलने पर विधायक रूपाराम धनदेव, पूर्व विधायक छोटू सिंह भाटी, सांग सिंह भाटी, पूर्व जैसलमेर प्रधान अमरदीन फकीर, भाजपा नेता ठाकुर विक्रम सिंह नाचना, छुग सिंह सोढ़ा, आईदान सिंह भाटी सहित कई जनप्रतिनिधि मरीजों का हाल जानते नजर आए