बागेश्वर बाबा की गूंज: 'जात-पात की विदाई, हिंदू भाईचारे की शुरुआत', जुटे लाखों भक्त
गढ़ा स्थित बागेश्वर धाम में आज वो नज़ारा दिखा जो शायद ही पहले कभी देखा गया हो। बाबा धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की एक आवाज़ पर लाखों की भीड़ उमड़ पड़ी।
गढ़ा स्थित बागेश्वर धाम में आज वो नज़ारा दिखा जो शायद ही पहले कभी देखा गया हो। बाबा धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की एक आवाज़ पर लाखों की भीड़ उमड़ पड़ी। हर ओर बस एक ही नारा गूंज रहा था – 'जात-पात की विदाई, हम सब हिंदू भाई-भाई!'
बाबा ने सनातन हिंदू एकता का आह्वान करते हुए ऐतिहासिक 160 किलोमीटर की पदयात्रा शुरू की। इस पदयात्रा का रूट बागेश्वर धाम से ओरछा तक का है, और इसमें शामिल भक्तों का उत्साह देखने लायक है।
बाबा की हुंकार और भक्तों का उत्साह
पदयात्रा शुरू करने से पहले बाबा धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने अपने अंदाज़ में कहा, "हम सनातनी हैं, हमारी परंपरा ही हमारी ताकत है। जात-पात को मिटाना होगा, हिंदू एकता ही देश की शान है। लेकिन याद रखना, हमें छेड़ोगे तो हम छोड़ेंगे नहीं।"
इस बयान पर भीड़ ने जयकारों से जवाब दिया, और ऐसा लगा मानो आसमान भी बाबा की बातों से सहमत हो गया हो।
लाखों का जनसैलाब
बागेश्वर धाम में सुबह से ही भक्तों का जमावड़ा लगना शुरू हो गया था। महिलाएं, बुजुर्ग, युवा, और बच्चे—सब एक ही भावना से प्रेरित होकर यहां पहुंचे। हर कोई अपने झंडे और पोस्टर लिए बाबा के साथ इस ऐतिहासिक यात्रा का हिस्सा बनने को तैयार दिखा।
एकता का संदेश
बाबा धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने साफ तौर पर कहा कि सनातन धर्म को जात-पात, ऊंच-नीच और विभाजन से बचाना है। उन्होंने कहा, "हमारी ताकत हमारी एकता है। अगर हम मिलकर खड़े होंगे तो दुनिया की कोई ताकत हमें झुका नहीं सकती।"