कविता - Sangri Today Hindi

कविता

माँ तेरे इस प्यार को

माँ वीणा की तार है, माँ है फूल बहार । माँ ही लय, माँ ताल है, जीवन की झंकार ।।

कविता: बस तू विश्वास रख खुद पर

देख अपने मन की गहराइयों में एक बार वो जिसे तू खोज रहा है वो तेरे अंदर ही तो है  ...