पश्चिम क्षेत्र सांस्कृतिक केन्द्र की कार्यक्रम समिति की बैठक कार्य योजना का अनुमोदन

Fri, 06 May 2022 02:16 PM (IST)
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पश्चिम क्षेत्र सांस्कृतिक केन्द्र की कार्यक्रम समिति की बैठक कार्य योजना का अनुमोदन

पश्चिम क्षेत्र सांस्कृतिक केन्द्र की कार्यक्रम समिति की बैठक

कार्य योजना का अनुमोदन

पश्चिम क्षेत्र सांस्कृतिक केन्द्र की कार्यक्रम समिति की बैठक गुरूवार को राजस्थान के कला एवं संस्कृति मंत्री डॉ. बी.डी.कल्ला की अध्यक्षता में जवाहर कला केन्द्र जयपुर में सम्पन्न हुई जिसमें केन्द्र के वर्ष 2022-2023 के कार्यक्रम प्रस्तावों का अनुमोदन किया गया। बैठक में श्री कल्ला ने आजादी के अमृत महोत्सव के अंतर्गत केन्द्र को देश भक्ति गीतों पर आधारित कार्यक्रमों के आयोजन का आह्वान किया।

बैठक में केन्द्र निदेशक किरण सोनी गुप्ता ने बताया कि संस्कृति मंत्रालय द्वारा केन्द्र को 650.00 लाख रूपये की ग्रान्ट इन एड वित्तीय वर्ष 2021-22 में प्रदान की गई। केन्द्र द्वारा वर्ष 2021-2022 के दौरान 81 कार्यक्रमों का आयोजन विभिन्न स्थानों पर किया गया वहीं 235 वर्चुअल व कुल 364 कार्यक्रमों का आयोजन किया गया जिसमें लगभग चार हजार आठ सौ कलाकारों को कला प्रदर्शन का अवसर प्रदान किया गया। उन्होंने बताया कि अधिकांश आयोजन आजादी के अमृत महोत्सव के अंतर्गत आयोजित किये गये। 

उन्होंने सदन को बताया कि केन्द्र द्वारा उपरोक्त वर्ष में केन्द्र द्वारा लोक कला, शास्त्रीय कला, शिल्प कला, दृश्य कला, नाट्य विधा आदि पर आधारित विभिन्न उत्सवों, कार्यक्रमों, कार्यशालाओं का आयोजन किया गया। इनमें शिल्पग्राम उत्सव, बसंत उत्सव गांधीनगर, डांग दरबार, मरू मेला, थार महोत्सव, लोकानुरंजन मेला, शाहिर अमर शेख अध्यासन संस्थान लोक कला कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। केन्द्र द्वारा ही आजादी के अमृत महोत्सव के अंतर्गत अहमदाबाद, दांडी में कार्यक्रम के अलावा गोवा में देश भक्ति गान, विश्व योग दिवस, आदि शंकराचार्य स्टेच्यू अनावरण कार्यक्रम केदारनाथ जेसे आयोजनों मं कला के रंग भरे। केन्द्र द्वारा विभिन्न विषयों पर डॉक्यूमेंटेशन का कार्य भी किया गया। गुरू-शिष्य परंपरा योजना अंतर्गत खड़ताल वादन, लोकसंगीत, भवई, तमाशा इत्यादि पर भी कार्य किए गए। भारत सरकार से और अधिक फण्ड मिलेगा तो और भी अधिक से अधिक प्रोग्राम सेंटर द्वारा किए जाएंगे।

बैठक में गुप्ता ने बताया कि केन्द्र द्वारा इस वर्ष नृत्य नाटिका ‘‘सुशक्ति’’ का निर्माण किया गया जिसका प्रदर्शन राष्ट्रीय स्तर पर किया गया। शास्त्रीय नृत्य कार्यक्रमों में उदयपुर में ऋतु वसंत तथा पद्मश्री गीता चन्द्रन की भरतनाट्यम प्रस्तुति का प्रदर्शन किया गया। आजादी का अमृत महोत्सव के अंतर्गत ही केन्द्र द्वारा ‘‘शौर्य आर्ट कैम्प, फड़ आर्ट वर्कशॉप, धरोहर वॉटर कलर कैम्प वडोदरा, चित्रांकन गोवा आदि का आयोजन किया गया। कोविड प्रभाव के चलते केन्द्र द्वारा इस वर्ष केन्द्र द्वारा वर्चुअल कार्यक्रमों का आयोजन सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के माध्यम से किया गया जिसमें सभी कला विधाओं को कला प्रदर्शन का अवसर दिया गया। उन्होंने बताया कि भारत सरकार के संस्कृति मंत्रालय द्वारा हाल ही में राजामुंदरी, वारंगल तथा हैदराबाद में आयोजित राष्ट्रीय संस्कृति महोत्सव में केन्द्र के सदस्य राज्यों के लोक कलाकारों व शिल्पकारों द्वारा कला प्रदर्शन किया गया।

इसके अतिरिक्त इंडिया 75 के अंतर्गत केन्द्र द्वारा संस्कृति मंत्रालय के निर्देशों पर राजस्थान, गुजरात, गोवा तथा केन्द्र शासित प्रदेशक दमण, दीव व दादरा नगर हवेली में ‘‘रंगोली व माण्डणा प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया जिसमें लोगों ने उत्साह से भाग लिया।

केन्द्र निदेशक ने बताया कि केन्द्र द्वारा ही उपरोक्त वर्ष में रीसर्च एण्ड डॉक्यूमेन्टेशन के अंतर्गत संत मावजी के चोपड़े का प्रलेखन, फड़ कला, शौर्य कला, पिछवाई कला तथा ट्राइबल कला पर पोर्ट फोलियो का प्रकाशन किया गया।

बैठक में कला एवं संस्कृति सचिव राजस्थान गायत्री राठौड़, गोवा के कला एवं संस्कृति निदेशक सगुन वेलिप, उप निदेशक अशोक परब, विजय कुमार नायक, नंद किशोर कपोते ने भाग लिया वहीं कई सदस्यों ने वर्चुअली बैठक में भाग लिया।