राज्यपाल ने देलवाड़ा जैन मंदिर के शिल्प-वैभव का किया अवलोकन
मुख्य मंदिर में पूजा-अर्चना कर प्रदेश की खुशहाली की कामना की
मंदिर शिल्प-स्थापत्य सौंदर्य देखकर अभिभूत हुए राज्यपाल
राज्यपाल ने देलवाड़ा जैन मंदिर के शिल्प-वैभव का किया अवलोकन
राज्यपाल कलराज मिश्र ने रविवार को प्रदेश की प्रथम महिला सत्यवती मिश्र एवं परिजनों के साथ देलवाड़ा जैन मंदिरों के शिल्प वैभव का अवलोकन किया। राज्यपाल ने इस दौरान मुख्य मंदिर स्थित भगवान आदिनाथ की प्रतिमा को नमन करते हुए उनकी आरती एवं पूजा-अर्चना कर प्रदेश की खुशहाली, संपन्नता और सुख-समृद्धि की भी कामना की।
श्वेताम्बर जैन मंदिर, देलवाड़ा पहुंचने पर राज्यपाल मिश्र का मंदिर न्यास के सचिव दिनेश बोबावत एवं प्रबंधक मनीष चौधरी ने स्वागत किया।
राज्यपाल ने विमलशाह द्वारा निर्मित जैन मंदिरोें और वहां उत्कीर्ण प्रतिमाओं का अवलोकन करते हुए मंदिर के शिल्प सौंदर्य की सराहना की। उन्होंने कहा कि सपरिवार यहां आकर आत्मिक आनंद की अनुभूति हुई है। उन्होंने मंदिर के शिल्प-स्थापत्य को विश्वभर में अनूठा और अद्भुत बताते हुए कहा कि यहां शिल्पियों ने पाषाण पर कला का विरल संसार सिरजा है। उन्होंने भारतीय शिल्प और मूर्तिकला की दृष्टि से देलवाड़ा मंदिरों को देश की धरोहर बताते हुए इनके संरक्षण के साथ नई पीढ़ी को इसके कला महत्व से प्रेरित किए जाने का आह्वान किया।
राज्यपाल ने इससे पहले देलवाड़ा जैन मंदिर स्थित 24 तीर्थंकरों की प्रतिमाओं का भी दर्शन किया। उन्होंने वहीं स्वयंप्रकट प्राचीन आदिनाथ मंदिर स्थित प्रतिमा को भी नमन किया। उन्होंने कहा कि भारतीय कला की दृष्टि से देलवाड़ा का शिल्प-स्थापत्य इतिहास महत्वपूर्ण है।
देलवाड़ा जैन मंदिर में राज्यपाल की उपखंड अधिकारी कनिष्क कटारिया सहित अन्य प्रशासनिक अधिकारी तथा मंदिर न्यास के पदाधिकारियों ने अगवानी की।