जन्म दिन पर पेड़ लगा कर पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया

पिछले दिनों हुए Global Green 363 Organization प्रोग्राम से प्रभावित होकर बिशनोई समाज के लोगों ने ही पर्यावरण से जुड़े कई महत्वपूर्ण चीज़ों की जानकारी हासिल की इसी को ध्यान में रखते हुए बालसा बेनीवाल हेमनगर यानि की मैंने अब यह प्रेरणा ली है कि जन्मदिन के अवसर पर चंद पलों की ख़ुशी देने वाले केक नही काट के देवता रुपी पौधा लगाया जाए मैने मेरे जन्म दिवस पर घर और स्व महेंद्र बेनिवाल वाटिका हेमनगर में जा कर अपने पारिवारिक सदस्यों के साथ रह कर अपने जन्मदिन के अवसर पर पौधे लगाकर 30 वी साल की शुरुआत की।
वृक्ष लगाने की प्रक्रिया मे बड़े भाई जगदीश बेनिवाल राज पुलिस,राजेंद्र डारा,महेश खिलेरी,गोपाल,मादाराम जांगू ,शंकर,राकेश खावा,कैलाश,रमेश,सुंदर तथा खुशबू इशिका ,गुंजन,भी मौजूद रही केक काटने की प्रक्रिया को महत्व नहीं दे कर पर्यावरण संरक्षण को ध्यान में रखकर जन्म दिन को एक अलग से मना कर सर्व समाज को एक अच्छा सन्देश देने का निर्णय लिया।
अब हमे भी इसी तरह आने वाले वर्षों में इस रीत को अपनाने का पर्ण लेना हैं।पर्यावरण संरक्षण एवं वर्तमान परिदृश्य में बिश्नोईज्म के महत्व को इसी तरह जागरुक रखना हैं विश्व प्रकृति संरक्षण दिवस प्रकृति का असंतुलन ही प्रकृति की नाराज़गी है, पर्यावरण को सुरक्षित और संरक्षित करने की हम सब की नैतिक जिम्मेदारी है।
इसे समझना भी होगा और अपनाना भी होगा।आइये हम संकल्प लें कि प्रकृति के संरक्षण एवं संवर्धन में अपनी भूमिका निभाएंगे।कुदरत ने इंसान पर दिल खोलकर लुटाया है।तभी तो मानव प्रगति के पथ पर आगे बढ़ पाया है।अब बारी हमारी है कुदरत को लौटाने की। आइए हम मिलकर पेड़ लगाएं, पानी बचाएं, खुशहाली लाएं।