‘एनवायरनमेंट बाबा’ के साथ अभिनेत्री शनाया शर्मा ने दिया प्रकृति बचाने का संदेश
टीवी अभिनेत्री शनाया शर्मा ने प्रयागराज स्थित ‘एनवायरनमेंट बाबा’ अवधूत अरुण गिरी के आश्रम में वृक्षारोपण कर पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया।

ऋषिकेश, उत्तराखंड: टीवी अभिनेत्री शनाया शर्मा ने पर्यावरण संरक्षण की दिशा में एक प्रेरणादायक कदम उठाया। उन्होंने प्रयागराज स्थित महामंडलेश्वर अवधूत बाबा अरुण गिरी, जिन्हें ‘एनवायरनमेंट बाबा’ के नाम से जाना जाता है, के आश्रम में वृक्षारोपण अभियान में हिस्सा लिया। यह आयोजन ऋषिकेश में हुआ, जहां संतों, श्रद्धालुओं और पर्यावरण प्रेमियों ने एकजुट होकर प्रकृति के प्रति अपनी जिम्मेदारी का संदेश दिया।
शनाया शर्मा ने स्वयं बाबा के साथ मिलकर पौधे लगाए और इस अवसर पर लोगों से पर्यावरण संरक्षण के लिए सक्रिय भूमिका निभाने की अपील की। यह पहल न केवल पर्यावरण जागरूकता को बढ़ावा देने का प्रयास थी, बल्कि यह भावी पीढ़ियों के लिए हरित धरोहर को संरक्षित करने का संकल्प भी था।
महामंडलेश्वर अवधूत बाबा अरुण गिरी लंबे समय से पर्यावरण संरक्षण के लिए कार्यरत हैं। उनके नेतृत्व में चल रहा वृक्षारोपण अभियान उत्तराखंड और आसपास के क्षेत्रों में हरियाली बढ़ाने में महत्वपूर्ण योगदान दे रहा है। उनका आश्रम अब पर्यावरण जागरूकता, वनीकरण और सतत जीवनशैली का एक प्रमुख केंद्र बन चुका है। बाबा ने इस अवसर पर कहा, “वृक्षारोपण सच्ची पूजा है। प्रत्येक व्यक्ति को अपने जीवन में कम से कम एक पेड़ अवश्य लगाना चाहिए, ताकि हम अपनी धरती को हरा-भरा रख सकें।”
उनके इस दृष्टिकोण ने न केवल स्थानीय समुदाय को प्रेरित किया है, बल्कि शनाया जैसे सार्वजनिक हस्तियों को भी पर्यावरण संरक्षण के लिए आगे आने को प्रोत्साहित किया है।
अभिनेत्री शनाया शर्मा ने इस अभियान में उत्साहपूर्वक भाग लिया और इसे अपने लिए एक विशेष अनुभव बताया। उन्होंने कहा, “अवधूत बाबा के साथ आश्रम में वृक्षारोपण करना मेरे लिए गर्व और सौभाग्य का क्षण है। हमें नई पीढ़ी को यह समझाना होगा कि छोटे-छोटे प्रयास, जैसे एक पेड़ लगाना, भविष्य में बड़े बदलाव ला सकते हैं।”
शनाया की यह पहल न केवल उनके प्रशंसकों के लिए, बल्कि समाज के हर वर्ग के लिए एक प्रेरणा है। उनकी सक्रिय भागीदारी ने इस बात को रेखांकित किया कि पर्यावरण संरक्षण के लिए हर व्यक्ति की भूमिका महत्वपूर्ण है, चाहे वह किसी भी क्षेत्र से हो।
इस वृक्षारोपण अभियान में स्थानीय स्वयंसेवकों, युवाओं और श्रद्धालुओं ने भी बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। आश्रम में आयोजित इस कार्यक्रम में सभी ने मिलकर दर्जनों पौधे लगाए और पर्यावरण के प्रति अपनी जिम्मेदारी को दोहराया। यह आयोजन केवल एक दिन का कार्यक्रम नहीं था, बल्कि यह एक दीर्घकालिक संकल्प का हिस्सा है, जिसका उद्देश्य भावी पीढ़ियों के लिए एक स्वच्छ और हरित पर्यावरण सुनिश्चित करना है।
आश्रम के स्वयंसेवकों ने बताया कि इस तरह के आयोजन नियमित रूप से आयोजित किए जाते हैं, और उनका लक्ष्य न केवल पेड़ लगाना है, बल्कि लोगों में पर्यावरण के प्रति जागरूकता पैदा करना भी है।