‘जवान’ के लिए शाहरुख़ खान को पहला नेशनल अवॉर्ड, 35 साल की मेहनत को मिला नया मुकाम
35 साल के करियर में पहली बार शाहरुख़ खान को 'जवान' के लिए मिला नेशनल अवॉर्ड

बॉलीवुड के किंग शाहरुख़ खान को आखिरकार वो राष्ट्रीय सम्मान मिल गया जिसका इंतजार उनके फैन्स और खुद उन्होंने वर्षों से किया। 35 साल के शानदार करियर में पहली बार उन्हें 'जवान' फिल्म के लिए नेशनल अवॉर्ड से नवाजा गया है।
‘बादशाह ऑफ बॉलीवुड’ और ‘किंग ऑफ रोमांस’ के नाम से पहचाने जाने वाले शाहरुख़ खान ने अब तक अपने करिश्माई अभिनय और दमदार स्क्रीन प्रजेंस से करोड़ों दिलों पर राज किया है। लेकिन इस बार यह जीत खास है, क्योंकि यह उनका पहला नेशनल अवॉर्ड है — एक ऐसा सम्मान जो किसी भी अभिनेता के करियर का गौरव होता है।
‘जवान’ ने रच दिया था इतिहास
एटली निर्देशित ‘जवान’ में शाहरुख़ खान ने डबल रोल में अभिनय कर दर्शकों को रोमांचित कर दिया था। एक्शन, इमोशन और देशभक्ति से भरपूर इस फिल्म ने न सिर्फ बॉक्स ऑफिस पर रिकॉर्ड तोड़े, बल्कि क्रिटिक्स से भी खूब सराहना बटोरी। फिल्म में उनके जबरदस्त डायलॉग्स, दमदार लुक्स और सामाजिक संदेश ने इसे साल की सबसे यादगार फिल्मों में शुमार कर दिया।
‘जवान’ की सफलता ने शाहरुख़ की फिल्मी वापसी को ऐतिहासिक बना दिया। और अब इस फिल्म के लिए मिला नेशनल अवॉर्ड उनके करियर के सबसे सुनहरे पलों में एक बन गया है।
एक ग्लोबल आइकन को मिला घरेलू गौरव
शाहरुख़ खान को पहले भी कई राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय पुरस्कारों से नवाजा जा चुका है। भारत सरकार उन्हें 2005 में पद्मश्री से सम्मानित कर चुकी है। इसके अलावा फ्रांस सरकार ने उन्हें ‘ऑर्डर दे आर्ट्स एट लेटर्स’ और ‘लीजन ऑफ ऑनर’ जैसे प्रतिष्ठित अवॉर्ड दिए हैं। लेकिन राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार का यह पहला सम्मान उनके भारतीय दर्शकों और फिल्म इंडस्ट्री के लिए भी गर्व का क्षण है।
35 साल, बेमिसाल सफर
शाहरुख़ खान ने अपने करियर की शुरुआत टेलीविजन से की थी और फिर ‘दीवाना’ जैसी फिल्म से सिल्वर स्क्रीन पर धमाकेदार एंट्री की। तब से लेकर ‘दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगे’, ‘स्वदेस’, ‘चक दे इंडिया’ से लेकर ‘जवान’ तक, उनका सफर प्रेरणादायक रहा है।
उन्होंने रोमांस से लेकर थ्रिलर, कॉमेडी से लेकर एक्शन तक हर जॉनर में खुद को साबित किया है। और हर किरदार में उन्होंने कुछ ऐसा दिया है जिसे दर्शक बरसों तक नहीं भूलते।
शाहरुख़ खान को 'जवान' के लिए मिला यह पहला नेशनल अवॉर्ड सिर्फ एक ट्रॉफी नहीं, बल्कि उस मेहनत, जुनून और दर्शकों के असीम प्रेम का प्रतीक है जो उन्होंने पिछले 35 सालों में अर्जित किया है। यह सम्मान बताता है कि एक सच्चा कलाकार अपने टैलेंट से समय के साथ और भी निखरता है।