जयपुर इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल में राजस्थानी फिल्म 'भरखमा' का जलवा: स्पेशल ज्यूरी मेंशन अवॉर्ड से नवाज़ा गया
जयपुर इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल (JIFF) 2025 में राजस्थानी फिल्म 'भरखमा' ने अपनी खास पहचान बनाई और इसे स्पेशल ज्यूरी मेंशन अवॉर्ड से सम्मानित किया गया।

जयपुर इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल (JIFF) 2025 में राजस्थानी फिल्म 'भरखमा' ने अपनी खास पहचान बनाई और इसे स्पेशल ज्यूरी मेंशन अवॉर्ड से सम्मानित किया गया। फिल्म की विशेष स्क्रीनिंग जयपुर के मालवीय नगर स्थित जीटी आईनॉक्स में आयोजित की गई, जहां फिल्म प्रेमियों ने इसे खूब सराहा। इस मौके पर फिल्म के कलाकारों और निर्माताओं की उपस्थिति ने स्क्रीनिंग को और भी खास बना दिया।
'भरखमा' को सोनी सांवता एंटरटेनमेंट के बैनर तले बनाया गया है और इसका निर्देशन एस. सागर ने किया है। फिल्म की कहानी डॉ. जितेंद्र कुमार सोनी द्वारा लिखी गई है, जो एक आईएएस अधिकारी और अपने गहन लेखन के लिए जाने जाते हैं। उनकी लेखनी ने राजस्थानी साहित्य और संस्कृति को जीवंत रूप में प्रस्तुत करने का अद्वितीय प्रयास किया है।
यह फिल्म न केवल राजस्थानी साहित्य पर आधारित है बल्कि यह सामाजिक मुद्दों और राजस्थान की सांस्कृतिक धरोहर को भी दर्शाती है। फिल्म के गीत, जो धनराज दाधीच द्वारा लिखे गए हैं, दर्शकों के दिलों को छूने में कामयाब रहे हैं।
फिल्म में श्रवण सागर कल्याण, अंजलि राघव, गरिमा कपूर, राजवीर गुर्जर, साहिल चंदेल, जीतेंद्र चावड़ी, निक्स बोहरा, राज केसोट, विनोद पेंटर और अजय यादव ने मुख्य भूमिकाएं निभाई हैं। सभी कलाकारों ने अपने उत्कृष्ट प्रदर्शन से फिल्म को एक नई ऊंचाई पर पहुंचा दिया है।
फिल्म की स्क्रीनिंग के दौरान अंतरराष्ट्रीय फिल्म डायरेक्टर यूवे स्क्वार्जवल्डर और जयपुर इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल के संस्थापक व डायरेक्टर हनु रोज ने भी शिरकत की। उन्होंने फिल्म की सराहना करते हुए इसे राजस्थानी सिनेमा के लिए एक मील का पत्थर बताया। इसके अतिरिक्त, राजवीर गुर्जर, निक्स बोहरा, धनराज दाधीच, हर्षित माथुर, अनिल जैन, मनोज फोगाट, जुंजाराम थोरी और लेखक व निर्देशक राकेश टेलर भी इस आयोजन का हिस्सा बने।
फिल्म की निर्माता सोनी सांवता ने इस अवसर पर फिल्म से जुड़ी पूरी टीम की मेहनत की प्रशंसा की। उन्होंने कहा, "'भरखमा' न केवल एक मनोरंजक फिल्म है बल्कि यह हमारी सांस्कृतिक धरोहर और सामाजिक संदेशों को दर्शाने का एक प्रयास है।"
फेस्टिवल में 'भरखमा' को दर्शकों और जूरी से भरपूर सराहना मिली। इसे "स्पेशल ज्यूरी मेंशन अवॉर्ड" प्रदान किया गया, जो फिल्म की अनूठी कहानी और प्रस्तुतिकरण का प्रमाण है। फिल्म के मुख्य अभिनेता श्रवण सागर ने कहा, "यह फिल्म राजस्थानी साहित्य पर आधारित है और इसे दर्शकों से जो प्यार और प्रशंसा मिली है, वह हमें और बेहतर करने के लिए प्रेरित करता है।"
फिल्म ने न केवल राजस्थान की सांस्कृतिक और साहित्यिक धरोहर को सहेजने का काम किया है, बल्कि इसे आधुनिक सिनेमा के मंच पर प्रस्तुत करके क्षेत्रीय सिनेमा को नई पहचान दिलाई है। ग्रामीण और शहरी दर्शकों ने समान रूप से फिल्म की प्रशंसा की और इसे अपने दिलों में जगह दी।
'भरखमा' की यह सफलता इस बात का प्रमाण है कि क्षेत्रीय सिनेमा में भी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सराहे जाने की क्षमता है। इस फिल्म ने न केवल राजस्थानी सिनेमा का मान बढ़ाया है, बल्कि इसे वैश्विक स्तर पर पहचान दिलाने की ओर एक कदम आगे बढ़ाया है।