सितंबर माह से यात्रा प्रारंभ करने व जून माह से ऑनलाइन आवेदन लेने के दिए निर्देश
देवस्थान मंत्री ने ली 'वरिष्ठ नागरिक तीर्थ यात्रा' योजना संबंधी बैठक
सितंबर माह से यात्रा प्रारंभ करने व जून माह से ऑनलाइन आवेदन लेने के दिए निर्देश
देवस्थान मंत्री शकुंतला रावत ने अधिकारियों को आगामी सितंबर माह से वरिष्ठ नागरिक तीर्थ यात्रा योजना प्रारंभ करने तथा जून माह से ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया प्रारंभ करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि यह भी सुनिश्चित किया जाए कि तीर्थ यात्रा पर जाने वाले यात्रियों को किसी भी परेशानी का सामना नहीं करना पड़े।
रावत सोमवार को देवस्थान विभाग की वरिष्ठ नागरिक तीर्थ यात्रा योजनान्तर्गत विभिन्न तीर्थ स्थानों की यात्रा के लिए समुचित व्यवस्था सुनिश्चित करने के उद्देश्य से सम्बंधित अधिकारियों की बैठक को संबोधित कर रही थीं। उन्होंने कहा योजनान्तर्गत रेल यात्रा द्वारा देश के 12 धार्मिक स्थलों की व हवाईजहाज द्वारा पशुपतिनाथ-काठमांडू (नेपाल) की यात्रा करवाई जाएगी।
रावत ने कहा कि तीर्थ यात्रा में पहली बार 20 हजार यात्रियों को देशभर के तीर्थ स्थलों तक ले जाया जाएगा। इनमें से 18 हजार यात्रियों को ट्रेन तथा 2 हजार यात्रियों को वायुयान के जरिए तीर्थ स्थल का भ्रमण करवाया जाएगा। उन्होंने बताया कि जिन व्यक्तियों की आयु 1 अप्रैल, 2022 तक 60 वर्ष पूरी हो गई है या 1 अप्रैल 1962 से पहले जिनका जन्म हुआ है, वे व्यक्ति इस योजना का लाभ उठा पाएंगे। उन्होंने कहा कि यात्रा पर जाने वाले व्यक्तियों के लिए जन आधार कार्ड होना अनिवार्य है।
देवस्थान मंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बजट घोषणा में इस योजना के लिए 13 करोड़ से बजट बढ़ाकर 30 करोड़ किया, वहीं यात्रियों की संख्या को भी 10 हजार से बढ़ाकर 20 हजार करने के निर्देश दिए थे। उन्होंने बताया कि 75 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के बुजुर्गों के लिए यात्रा के दौरान एक सहायक को भी ले जाने की अनुमति होगी। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार सभी धर्मों को साथ लेकर चलने के लिए कटिबद्ध है।
बैठक में प्रमुख शासन सचिव देवस्थान आनंद कुमार, देवस्थान आयुक्त करण सिंह, शासन सचिव गृह चंचल मिश्रा, निदेशक अल्पसंख्यक मामलात जमील अहमद कुरैशी, निदेशक जनस्वास्थ्य वीके माथुर, संयुक्त शासन सचिव पर्यटन दिनेश जांगिड़, संयुक्त शासन सचिव देवस्थान ओपी जैन, अतिरिक्त आयुक्त देवस्थान अजय सिंह राठौड़ सहित अन्य अधिकारीगण उपस्थित रहे।