डॉ.बाहेती कृषि विश्वविधालय मे आवासी निर्देशन निदेशालय के निदेशक नियुक्त

डॉ.बाहेती ने स्नातक, स्नातकोतर व विद्या वाचस्पति की उपाधियाँ उदयपुर स्थित कृषि महाविद्यालय से ही अर्जित की है! डॉ.बाहेती को स्नातकोत्तर मे अपने विषय मे श्रेष्ठ प्रदर्शन के लिए स्वर्ण पदक से भी नवाज़ा गया है!

Jun 28, 2022 - 13:36
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डॉ.बाहेती कृषि विश्वविधालय मे आवासी निर्देशन निदेशालय के निदेशक नियुक्त
डॉ.बाहेती कृषि विश्वविधालय मे आवासी निर्देशन निदेशालय के निदेशक नियुक्त
महाराणा प्रताप कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के आवासी निर्देशन निदेशालय के निदेशक पद पर वरिष्ठ आचार्य व ख्यातनाम पादप सूत्रकृमि वैज्ञानिक डॉ.बी.एल.बाहेती को नियुक्त किया गया है! उन्हें कृषि शिक्षा, अनुसंधान व प्रसार का गहरा व लंबा अनुभव है! डॉ.बाहेती ने स्नातक, स्नातकोतर व विद्या वाचस्पति की उपाधियाँ उदयपुर स्थित कृषि महाविद्यालय से ही अर्जित की है! डॉ.बाहेती को स्नातकोत्तर मे अपने विषय मे श्रेष्ठ प्रदर्शन के लिए स्वर्ण पदक से भी नवाज़ा गया है!
उन्होंने विद्यार्थी जीवन से ही विद्यार्थियों के समग्र उत्थान व विकास हेतु प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप मे अनगिनत कार्य किये हैं! डॉ.बाहेती वर्तमान मे सूत्रकृमि विज्ञान विभाग मे वरिष्ठ आचार्य पद पर कार्यरत हैं और पूर्व मे तीन वर्ष के लिए विभागाध्यक्ष भी रह चुके हैं! कोरोना जैसी विषम परिस्थितियों के बावजुद इनके कार्यकाल मे विभाग,विषय व विद्यार्थियों के हित मे अनेक कार्य हुए हैं !
उन्होंने राजस्थान कृषि महाविद्यालय के मुख्य छात्रावास अधीक्षक,सुरक्षा अधिकारी,सहायक परीक्षा अधीक्षक आदि विभिन्न पदों-दायित्वों को पूरी जिम्मेदारी,निष्ठा व सफलता से निभाया है! डॉ.बाहेती विशेष रूप से मक्का पर लगने वाले अदृश्य शत्रु- सूत्रकृमियों के विशेषज्ञ हैं और उन्होंने पादप सूत्रकृमि जनित बीमारियों के प्रबंधन हेतु कई पर्यावरण अनुकूल तकनीकियों का विकास कर किसानों को लाभांवित किया है! डॉ.बाहेती एक विचारक होने के साथ-साथ लम्बे समय से एक सक्रिय सामाजिक कार्यकर्ता के रूप मे भी अच्छी सेवाएं दे रहे हैं!
डॉ.बाहेती के अस्सी से ज्यादा अनुसंधान पत्र, आलेख,पुस्तकीय अध्याय, सूत्रकृमि विषय पर आधारित ई सारांश-नियमावली, तकनीकी पुस्तिकाएं आदि वि.वि., राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रकाशित हो चुके हैं ! हाल ही मे उनकी कृषि शिक्षा से सम्बद्ध दो महत्वपूर्ण पाठ्य पुस्तकें भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद,नई दिल्ली के पाठ्यक्रम पर आधारित प्रकाशित हुई है,जो विद्यार्थियों व शिक्षकों के लिए काफी लाभप्रद रहेगी! उनके हिंदी भाषा में लिखित लेख भी कृषि से सम्बद्ध पत्रिकाओं मे छप चुके हैं जिससे अन्नदाता किसानों को फायदा हो रहा है ! डॉ.बाहेती राष्ट्रीय स्तर की विभिन्न वैज्ञानिक समितियों-संस्थाओं से विगत तीस से भी अधिक वर्षों से सक्रिय रूप से जुड़े हुए हैं व उनमें सराहनीय सेवाएं प्रदान कर रहे हैं !
डॉ.बाहेती सात राष्ट्रीय व वि.वि.स्तरीय वैज्ञानिक पुरुष्कारों से भी सम्मानित हो चुके हैं ! उनके निर्देशन मे कई छात्र- छात्राएं स्नातकोत्तर व विद्यावाचस्पति की उपाधियाँ प्राप्त कर राज्य-देश के विभिन्न कृषि वि.वि.,राज्य कृषि विभागों,बैंकों आदि में अच्छा कार्य कर रहे हैं !
डॉ.बाहेती का विषय, विद्यार्थियों व विश्वविद्यालय से विशेष जुड़ाव रहा है और इनके हितार्थ कार्य करते रहते हैं! साथ ही वे अपनी बात-विचारों को हर स्तर पर बहुत ही दृढतापूर्वक तथा प्रभावी तरीके से रखते हैं! डॉ.बाहेती ने कहा की स्नातकोत्तर व विद्यावाचस्पति अनुसंधान और शैक्षणिक कार्यों की गुणवता मे अभिवृद्धि लाने के लिए डिजिटल व ड्रोन प्रौद्योगिकी का उपयोग उनकी प्रमुख प्राथमिकता होगी! उन्होंने बताया की महाराणा प्रताप कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय,उदयपुर एक आदर्श कृषि विश्वविद्यालय के रूप मे राष्ट्रीय पटल पर स्थापित हो, इस हेतु विद्यार्थियों, शिक्षकों , शैक्षणिक-शैक्षणोत्तर कर्मचारियों मे समन्वय स्थापित करने के साथ ही सेवानिवृत शिक्षकों व कार्मिकों से भी मार्गदर्शन-सहयोग लेकर बेहतरीन कार्य करने का भरपूर प्रयास किया जायेगा!
एम पी यू ए टी की तीन कॉलेजों को मिले  नये डीन और डी आर आई
उदयपुर. महाराणा प्रताप कृषि एवं प्रोधयोगिकी विश्वविद्यालय के संगठक डूंगरपुर कृषि महाविद्यालय सहित,अन्य संस्थानो मे डीन , डाइरेक्टर के पदों पर नियुक्तियाँ की गयी हैं l एम पी यु ए टी के कुलसचिव श्री मुकेश कुमार के आदेशानुसार आवेदन वरिष्ठता के आधार पर डूंगरपुर कॉलेज मे डॉ आर पी मीना को अधिष्ठाता,डेयरी एवं खाद्य प्रौद्योगिकी महाविद्यालय, उदयपुर  मे डॉ लोकेश गुप्ता को अधिष्ठाता, कृषि महाविद्यालय भीलवाड़ा मे डॉ एल एल पंवार को अधिष्ठाता और डॉ बी एल बाहेती को उदयपुर मे डीन रेजिडेंट इंस्ट्रक्शन ( डीन पी जी) का प्रभार ग्रहण करने हेतु नियुक्त किया गया हैl  इन सभी की नियुक्ति  आगामी आदेश अथवा इन पदों पर साक्षात्कार होने तक मान्य रहेगी l