नई दिल्ली में भव्य फिल्म महोत्सव: 'माँ काली' को मिला बेहतरीन फीचर फिक्शन अवॉर्ड
देश की राजधानी में JIFF ट्रस्ट द्वारा आयोजित 8वें न्यू दिल्ली फिल्म फेस्टिवल (NDFF) 2025 का भव्य समारोह 22 फरवरी को इंडिया इंटरनेशनल सेंटर में संपन्न हुआ।

नई दिल्ली, 23 फरवरी 2025: देश की राजधानी में JIFF ट्रस्ट द्वारा आयोजित 8वें न्यू दिल्ली फिल्म फेस्टिवल (NDFF) 2025 का भव्य समारोह 22 फरवरी को इंडिया इंटरनेशनल सेंटर में संपन्न हुआ। इस प्रतिष्ठित आयोजन में देश-विदेश के 250 से अधिक फिल्मकारों ने भाग लेकर फिल्मी दुनिया का रंग जमाया।
पुरस्कार वितरण की शाम
पूर्व उपाध्यक्ष FIAPF, दो बार FFI के अध्यक्ष तथा 2006 से IMPPA के अध्यक्ष श्री टी. पी. अग्रवाल और NDFF एवं जयपुर इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल (JIFF) के संस्थापक हनु रोज ने विजेता फिल्मकारों को सम्मानित किया।
प्रमुख पुरस्कार विजेता
- ✅ बेस्ट फीचर फिक्शन फिल्म अवॉर्ड – माँ काली (निर्देशक: विजय यलकांति, भारत)
- ✅ बेस्ट डॉक्यूमेंट्री फीचर फिल्म अवॉर्ड – Brendan Gleeson's Farewell To Hughes's (निर्देशक: Ciarán Ó Maonaigh, आयरलैंड)
- ✅ बेस्ट एनीमेशन फीचर/डॉक्यूमेंट्री फिल्म अवॉर्ड – Outsider. Freud (निर्देशक: Yair Qedar, ऑस्ट्रिया)
- ✅ बेस्ट एनीमेशन शॉर्ट फिल्म अवॉर्ड – Baahubali: Crown of Blood Season 1 - Episode 6 (निर्देशक: जीवन जे. कांग, नवीन जॉन, भारत)
- ✅ बेस्ट शॉर्ट फिक्शन फिल्म अवॉर्ड – अंसुनी चिनखे (निर्देशक: पार्थसारथी महंत, भारत)
- ✅ बेस्ट डॉक्यूमेंट्री शॉर्ट फिल्म अवॉर्ड – The Poem We Sang (निर्देशक: एनी सक्काब, फिलिस्तीन)
- ✅ बेस्ट मोबाइल शॉर्ट फिल्म अवॉर्ड – Broken (निर्देशक: आयुष बंसल, भारत)
- ✅ बेस्ट वेब सीरीज़ अवॉर्ड – Your Democracy (निर्देशक: ग्लोरिया जेने’ ब्राउन-मार्शल, अमेरिका)
- ✅ बेस्ट स्क्रीनप्ले अवॉर्ड – Sons of Abraham (लेखक: जूलियाना मार्चैंड, अमेरिका)
फेस्टिवल की खास झलकियाँ
➡️ अवॉर्ड सेरेमनी से पहले पाँच उत्कृष्ट फिल्मों की स्क्रीनिंग आयोजित की गई।
➡️ राइमा सेन अभिनीत फिल्म माँ काली की स्क्रीनिंग के लिए दिल्लीवासियों की भरपूर भीड़ उमड़ी।
➡️ माँ काली की कहानी 2019 में नागरिकता संशोधन अधिनियम (CAA) की घोषणा के पश्चात बंगाली शरणार्थी शिविर में मनाए गए उत्सव की पड़ताल करती एक युवा पत्रकार की यात्रा पर आधारित है। यह कथा 16 अगस्त 1946 के ‘डायरेक्ट एक्शन डे’ की भयावह घटनाओं को उजागर करती है, जिसने हिंदू बंगालियों के जीवन में स्थायी परिवर्तन ला दिया।
उद्योग विशेषज्ञों की प्रतिक्रियाएं
? टी. पी. अग्रवाल ने कहा – "पिछले चार दशकों से मैं सिनेमा इंडस्ट्री से जुड़ा हूं। एक समय ऐसा आया जब दिल्ली में फिल्म संस्कृति लगभग मुरझा रही थी, परन्तु नई दिल्ली फिल्म फेस्टिवल ने इसे पुनर्जीवित कर दिया। मैं आशा करता हूं कि अगले संस्करण में यह महोत्सव तीन से पांच दिनों तक चलेगा।"
? फेस्टिवल के संस्थापक हनु रोज ने उत्तर दिया – "हां, अगला संस्करण तीन दिनों का ही होगा!"
NDFF 2025 ने भारतीय और वैश्विक सिनेमा के उत्कृष्ट पहलुओं को उजागर करते हुए दिल्ली के फिल्म प्रेमियों को अविस्मरणीय अनुभव प्रदान किया। NDFF के डायरेक्टर सतीश कपूर ने सभी का आभार व्यक्त करते हुए अगले संस्करण में पुनर्मिलन का आश्वासन दिया।