सर्वांगीण स्वास्थ्य की कुंजी है,मनोवैज्ञानिक स्वास्थ्य : डॉ गायत्री तिवारी
29 अप्रैल 2022,अखिल भारतीय समन्वित अनुसंधान परियोजना-गृह विज्ञान, अनुसंधान निदेशालय ,महाराणा प्रताप कृषि एवम प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, उदयपुर प्रसार निदेशालय और महिला एवं बाल विकास विभाग उदयपुर के संयुक्त तत्वावधान में राष्ट्रीय कार्यक्रम “आजादी का अमृत महोत्सव” के तहत विश्विद्यालय द्वारा अंगीकृत मदार गांव की महिलाओं हेतु “मानसिक स्वास्थ्य :जीवनाधार” विषयक कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
प्रारम्भ में प्रसार निदेशालय के निवर्तमान निदेशक तथा नोडल ऑफ़िसर,स्मार्ट विलेज डॉ इंद्रजीत माथुर ने स्वागत उद्बोधन देते हुए महिलाओं को गांव में चलाई जा रही गतिविधियों की आवश्यकता और महत्ता के बारे में अवगत कराया। साथ ही उनसे आग्रह किया की वे समानुपातिक खुशहाली से समबन्धित अपने सुझाव दें और समस्याओं के बारे में बताएं जिससे उनका यथासंभव स्तरीय समाधान किया जा सके। महिलाओं ने गांव में अस्पताल और बैंक की ज़रूरत पर बल दिया। ताकि महिलाओं का प्रसव सुनिश्चित हो सके और सरकारी योजनाओं का अधिकाधिक लाभ मिल सके।
आंगनवाड़ी सुपरवाइजर श्रीमती कान्ता चौबीसा ने भारत सरकार द्वारा महिला एवं बालहित से सम्बंधित योजनाओं की जानकारी दी। डॉ गायत्री तिवारी ,वैज्ञानिक तथा विभागाध्यक्ष ,मानव विकास और पारिवारिक सम्बन्ध विभाग ने टीम बिल्डिंग को खेल के माध्यम से समझते हुए समूह की भावना की प्रासंगिकता समझाई। साथ ही उत्तम मानसिक स्वास्थ्य का प्रजनन अवस्था और बालक के सर्वांगीण विकास पर पड़ने वाले दीर्घकालीन परिणामों की विवेचनात्मक टिप्पणी प्रस्तुत की।
धन्यवाद ज्ञापन समन्वयक डॉ सुधा बाबेल ,वैज्ञानिक ,वस्त्र एवं अभिकल्पन विभाग द्वारा दिया गया। इस अवसर पर प्रतिभागियों को विभाग द्वारा प्रकाशित अच्छी सेहत :सबसे बड़ी नेमत , विवाहित महिलाओं के मनोवैज्ञानिक स्वास्थ्य हेतु प्रजनन समन्धी देखभाल विषयक पुस्तिकाएं भी वितरित की गई। कार्यक्रम में श्रीमती रेखा राठौड़ और श्री गोपाल मीणा का सहयोग रहा।