आरसीए एलुमनाई का 21 वां राष्ट्रीय सम्मेलन रविवार को आयोजित किया जाएगा
उदयपुर: महाराणा प्रताप कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के संगठक राजस्थान कृषि महाविद्यालय की पूर्व छात्र परिषद के 21 वें राष्ट्रीय सम्मेलन एवं डॉ. ए. राठौड़ स्मृति व्याख्यान -2022 का आयोजन रविवार 13 नवंबर को राजस्थान कृषि महाविद्यालय के सभागार में प्रातः 11.00बजे आयोजित किया जाएगा। परिषद के अध्यक्ष डॉ वी एन जोशी, पूर्व निदेशक एवं अधिष्ठाता, आर सी ए, ने बताया कि कार्यक्रम का आयोजन राजस्थान कृषि महाविद्यालय की पूर्व छात्र परिषद एवं श्रीमती कुसुम राठौड़ मेमोरियल ट्रस्ट, उदयपुर के संयुक्त तत्वावधान में किया जाएगा। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि कोटा कृषि विश्वविद्यालय के माननीय कुलपति डॉ अभय कुमार व्यास होंगे एवं कार्यक्रम की अध्यक्षता एमपीयूएटी के माननीय कुलपति डॉ अजीत कुमार कर्नाटक करेंगे।
पूर्व छात्र परिषद के महासचिव डॉ एस के भटनागर ने बताया कि प्रतिवर्ष पूर्व छात्र परिषद द्वारा राष्ट्रीय सम्मेलन के दौरान डॉ. ए. राठौड़ मेमोरियल लेक्चर का आयोजन किया जाता है जिसमें देश के जाने-माने कृषि वैज्ञानिक एवं शिक्षाविद का व्याख्यान आयोजित किया जाता है ।
कार्यक्रम में आर सी ए के 250 पूर्व छात्र छात्राओं, उच्च अधिकारियों एवं गणमान्य अतिथियों के भाग लेने की संभावना है। डॉक्टर भटनागर ने बताया कि कार्यक्रम के प्रारंभ में पूर्व छात्र परिषद के अध्यक्ष द्वारा स्वागत अभिभाषण एवं मुख्य वक्ता डॉ एके व्यास का जीवन परिचय दिया जाएगा तथा महासचिव द्वारा आरसी पूर्व छात्र परिषद एवं डॉक्टर कुसुम राठौड़ ट्रस्ट की गतिविधियों एवं डॉक्टर राठौड़ का जीवन परिचय दिया जाएगा तत्पश्चात डॉ एके व्यास का कीनोट ऐड्रेस होगा कार्यक्रम में छात्र परिषद के नए सदस्यों का अभिनंदन एवं 7 ईयर का विमोचन भी किया जाएगा तत्पश्चात अध्यक्षीय भाषण डॉक्टर अजीत कुमार कर्नाटक द्वारा दिया जाएगा एवं परिषद के कोषाध्यक्ष द्वारा धन्यवाद ज्ञापित किया जाएगा अपराहन ने छात्र परिषद की जनरल बॉडी मीटिंग का आयोजन भी किया जाएगा उल्लेखनीय है कि राजस्थान कृषि महाविद्यालय की गिनती देश के अग्रणी कृषि संस्थानों में की जाती है जिससे अध्ययन प्राप्त विद्यार्थियों ने देश के सर्वोच्च कृषि संस्थान जैसे भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के महानिदेशक, सह महानिदेशक, एवं देश विदेश के अनेक अन्य कृषि संस्थानों के अध्यक्ष, कुलपति, प्लानिंग कमीशन के सदस्य, कृषि अधिकारी, प्रबंधक बैंक अधिकारी एवं उच्च कोटि के कृषि वैज्ञानिक दिए हैं। अतः राजस्थान कृषि महाविद्यालय का देश के कृषि विकास मे महत्वपूर्ण योगदान रहा है।