भारत में जुलाई 2025 में टेलीकॉम ग्राहकों की संख्या बढ़ी
जुलाई 2025 में भारत के टेलीकॉम ग्राहक 1220.02 मिलियन तक पहुंचे, जिसमें ब्रॉडबैंड और वायरलाइन सब्सक्राइबर में उल्लेखनीय वृद्धि हुई।
नई दिल्ली — भारतीय दूरसंचार विनियामक प्राधिकरण (TRAI) की ताजा रिपोर्ट के अनुसार, जुलाई 2025 में भारत का टेलीकॉम क्षेत्र स्थिर वृद्धि की ओर अग्रसर रहा, जिसमें कुल टेलीफोन ग्राहकों की संख्या 1,218.36 मिलियन से बढ़कर 1,220.02 मिलियन हो गई। यह 0.14% की मासिक वृद्धि दर दर्शाता है, जो शहरी क्षेत्रों में मजबूत विस्तार और ग्रामीण क्षेत्रों में मामूली कमी को दर्शाता है। इस अवधि में ब्रॉडबैंड और वायरलाइन सब्सक्राइबरों की संख्या में भी उल्लेखनीय वृद्धि दर्ज की गई, जो भारत में डिजिटल कनेक्टिविटी की बढ़ती मांग को रेखांकित करता है।
वायरलाइन और ब्रॉडबैंड में मजबूत वृद्धि
जुलाई 2025 में वायरलाइन ग्राहकों की संख्या 47.49 मिलियन से बढ़कर 48.11 मिलियन हो गई, जिसमें 0.63 मिलियन की शुद्ध वृद्धि और 1.32% की मासिक वृद्धि दर दर्ज की गई। शहरी क्षेत्रों में वायरलाइन टेली-घनत्व 8.33% रहा, जबकि ग्रामीण क्षेत्रों में यह 0.62% था। कुल वायरलाइन ग्राहकों में शहरी हिस्सेदारी 88.29% और ग्रामीण हिस्सेदारी 11.71% रही। बीएसएनएल, एमटीएनएल और एपीएसएफएल जैसे सार्वजनिक क्षेत्र के सेवा प्रदाताओं ने वायरलाइन बाजार में 20.46% हिस्सेदारी बनाए रखी।
ब्रॉडबैंड क्षेत्र में भी सकारात्मक रुझान देखा गया। 1,484 सेवा प्रदाताओं की रिपोर्ट के आधार पर, ब्रॉडबैंड ग्राहकों की संख्या 979.71 मिलियन से बढ़कर 984.69 मिलियन हो गई, जिसमें 0.51% की वृद्धि दर दर्ज की गई। यह वृद्धि भारत में इंटरनेट की बढ़ती पहुंच और डिजिटल सेवाओं की मांग को दर्शाती है, विशेष रूप से 5G और फिक्स्ड वायरलेस ब्रॉडबैंड (FWA) के बढ़ते उपयोग के साथ।
वायरलेस और 5G FWA ग्राहक आधार
वायरलेस (मोबाइल + 5G FWA) ग्राहकों की कुल संख्या जून 2025 के 1,170.88 मिलियन से बढ़कर जुलाई 2025 में 1,171.91 मिलियन हो गई, जिसमें 0.09% की मासिक वृद्धि दर्ज की गई। शहरी वायरलेस ग्राहक 637.87 मिलियन से बढ़कर 641.03 मिलियन हो गए, जबकि ग्रामीण क्षेत्रों में यह 533.00 मिलियन से घटकर 530.88 मिलियन रहा। शहरी और ग्रामीण वायरलेस ग्राहकों की हिस्सेदारी क्रमशः 54.70% और 45.30% रही। वायरलेस टेली-घनत्व मामूली रूप से बढ़कर 82.75% हो गया, जिसमें शहरी क्षेत्रों में 125.74% और ग्रामीण क्षेत्रों में 58.57% का घनत्व रहा।
5G FWA ग्राहकों की संख्या में उल्लेखनीय वृद्धि देखी गई, जो जून के 7.85 मिलियन से बढ़कर जुलाई में 8.40 मिलियन हो गई। इसमें शहरी क्षेत्रों में 59.71% और ग्रामीण क्षेत्रों में 40.29% हिस्सेदारी रही। इसके अलावा, M2M (मशीन-टू-मशीन) सेलुलर मोबाइल कनेक्शनों की संख्या 79.44 मिलियन से बढ़कर 84.62 मिलियन हो गई, जिसमें भारती एयरटेल 57.56% बाजार हिस्सेदारी के साथ अग्रणी रहा।
मोबाइल नंबर पोर्टेबिलिटी (MNP) में रुचि
जुलाई 2025 में 15.41 मिलियन ग्राहकों ने मोबाइल नंबर पोर्टेबिलिटी के लिए अनुरोध दर्ज किए, जिसमें जोन-I (उत्तरी और पश्चिमी भारत) से 8.77 मिलियन और जोन-II (दक्षिणी और पूर्वी भारत) से 6.63 मिलियन अनुरोध शामिल थे। उत्तर प्रदेश (पूर्व) में सबसे अधिक 119.76 मिलियन अनुरोध दर्ज किए गए, इसके बाद महाराष्ट्र (94.78 मिलियन) और मध्य प्रदेश (93.58 मिलियन) का स्थान रहा। यह उपभोक्ताओं की सेवा प्रदाताओं के बीच स्विच करने की बढ़ती प्रवृत्ति को दर्शाता है।
टेली-घनत्व और क्षेत्रीय रुझान
देश का समग्र टेली-घनत्व 86.09% से बढ़कर 86.15% हो गया, जिसमें दिल्ली में सर्वाधिक 276.52% और बिहार में सबसे कम 57.50% टेली-घनत्व दर्ज किया गया। शहरी टेली-घनत्व 134.07% तक पहुंचा, जबकि ग्रामीण क्षेत्रों में यह 59.19% रहा। उत्तर प्रदेश (पूर्व), हरियाणा, और महाराष्ट्र जैसे कुछ सेवा क्षेत्रों में वायरलेस ग्राहकों की संख्या में वृद्धि देखी गई, जबकि अन्य क्षेत्रों में स्थिरता रही।
