आईआईएम उदयपुर के इन्क्यूबेशन सेंटर ने सोशल इंपैक्ट इनोवेशन ग्रांट प्रोग्राम के लिए आवेदन आमंत्रित किए

देश की सबसे अधिक दबाव वाली सामाजिक चुनौतियों से निपटने के लिए आईआईएम उदयपुर का इन्क्यूबेशन सेंटर सामाजिक प्रभाव वाले 10 स्टार्टअप्स को आमंत्रित करता है ऽ सोशल इनोवेशन और आत्मनिर्भर कारोबारी मॉडल के आधार पर किया जाएगा दस स्टार्ट-अप्स का चयन ऽ इस प्रोग्राम के तहत प्रति स्टार्ट-अप 10 लाख रुपए तक का सीड […]

Dec 29, 2022 - 20:35
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आईआईएम उदयपुर के इन्क्यूबेशन सेंटर ने सोशल इंपैक्ट इनोवेशन ग्रांट प्रोग्राम के लिए आवेदन आमंत्रित किए
आईआईएम उदयपुर के इन्क्यूबेशन सेंटर ने सोशल इंपैक्ट इनोवेशन ग्रांट प्रोग्राम के लिए आवेदन आमंत्रित किए

देश की सबसे अधिक दबाव वाली सामाजिक चुनौतियों से निपटने के लिए आईआईएम उदयपुर का इन्क्यूबेशन सेंटर सामाजिक प्रभाव वाले 10 स्टार्टअप्स को आमंत्रित करता है
ऽ सोशल इनोवेशन और आत्मनिर्भर कारोबारी मॉडल के आधार पर किया जाएगा दस स्टार्ट-अप्स का चयन
ऽ इस प्रोग्राम के तहत प्रति स्टार्ट-अप 10 लाख रुपए तक का सीड इनेवस्टमेंट, 12 महीने के लिए इनक्यूबेशन और एक्सीलेरेशन सपोर्ट, कस्टमाइज्ड मेंटॉर वर्कशॉप, नेटवर्किंग, क्षमता निर्माण से संबंधित सेशन, फॉलो-ऑन इनवेस्टमेंट और पायलट अपॉर्च्युनिटी आदि के मिलेंगे अवसर।

उदयपुर, 27 दिसंबर, 2022- आईआईएम उदयपुर के इन्क्यूबेशन सेंटर ने सोशल इंपैक्ट इनोवेशन ग्रांट प्रोग्राम के लिए आवेदन आमंत्रित किए हैं। इसके लिए सामाजिक प्रभाव वाले ऐसे स्टार्टअप्स को आमंत्रित किया गया है, जिनके पास देश की सबसे अधिक दबाव वाली सामाजिक चुनौतियों से निपटने के लिए एक प्रभावी बिजनेस मॉडल है। यह कार्यक्रम ऐसे स्टार्टअप्स के प्रभाव को और बढ़ाने के लिए संसाधनों की पेशकश करता है और स्टार्ट-अप के सोशल इनोवेशन और एक आत्मनिर्भर बिजनेस मॉडल को भी सपोर्ट करता है। इसके अतिरिक्त, यह कार्यक्रम विकास के नए अवसर प्रदान करने के साथ-साथ फाइनेंस की व्यवस्थाओं तक भी आसान पहुंच उपलब्ध कराता है।

यह कार्यक्रम अगले 12 महीनों के लिए स्टार्ट-अप को 12 महीने के लिए इनक्यूबेशन और एक्सीलेरेशन सपोर्ट प्रदान करेगा। साथ ही, भागीदारों के साथ मिलकर प्रति स्टार्ट-अप 10 लाख रुपए तक का सीड इनेवस्टमेंट भी उपलब्ध कराएगा। इसके अलावा कस्टमाइज्ड मेंटॉर वर्कशॉप और क्षमता निर्माण सत्रों का आयोजन करेगा और आईआईएमयूआईसी की इनवेस्टर कम्युनिटी की सहायता से अनुवर्ती निवेश सहायता भी उपलब्ध कराएगा। साथ ही नेटवर्किंग और पायलट अवसरों के लिए भी जमीन तैयार करेगा।

आईआईएम उदयपुर इनक्यूबेशन सेंटर की सीईओ सुश्री सुरेश ढाका ने कहा, ‘‘इस कार्यक्रम के साथ, आईआईएमयू का इनक्यूबेशन सेंटर समाज में सामाजिक सरोकारों को बढ़ावा दे रहा है। हमारा उद्देश्य उन ‘सोशल-प्रेन्योर्स’ को सपोर्ट और मेंटर करना है जो इनोवेटिव हैं और अपने स्टार्ट-अप्स के जरिए सामाजिक चुनौतियों का समाधान करने की दिशा में काम कर रहे हैं। हमारा लक्ष्य उन लोगों की सहायता करना है जिन्हें एक विशिष्ट व्यवसाय मॉडल बनाने के लिए मार्गदर्शन की आवश्यकता है। इस तरह हम उन्हें आत्मनिर्भर बनाने के साथ फाइनेंस तक उनकी पहुंच को आसान बना सकेंगे। हमें उम्मीद है कि यह कार्यक्रम कॉर्पाेरेट सामाजिक-उद्यमियों को विकसित करने में महत्वपूर्ण रूप से मददगार साबित होगा।’’

इस प्रोग्राम के लिए रजिस्ट्रेशन 21 दिसंबर, 2022 को शुरू हुए और 5 जनवरी 2023 तक रजिस्ट्रेशन किया जा सकेगा। चयनित होने वाले स्टार्ट-अप को कार्यक्रम से कई प्रस्ताव मिलेंगे। प्रति स्टार्ट-अप 10 लाख रुपए तक के सीड इनवेस्टमेंट के साथ, स्टार्ट-अप को अगले 12 महीनों के लिए इनक्यूबेशन और एक्सीलेरेशन सपोर्ट भी मिलेगा। इन्क्यूबेशन सेंटर उद्यमियों के बीच व्यावसायिक ज्ञान बढ़ाने और वास्तविक जीवन की सामाजिक चुनौतियों और क्षमता निर्माण सत्रों से निपटने के लिए कार्यशालाओं का आयोजन भी करेगा। साथ ही, कार्यक्रम भागीदारों के साथ नेटवर्किंग और पायलट अवसर प्रदान करेगा और निवेशकों के साथ जुड़कर उद्योग के लिए और अधिक मौके प्रदान करने का प्रयास करेगा।

पात्रता
1. भारत में कम से कम 1 साल से काम कर रहा हो।
2. ग्राहकों के साथ पहले से ही जुड़ाव हो।
3. एसडीजी के इम्पैक्ट और अलाइनमेंट के स्पष्ट इरादे के साथ सामाजिक या पर्यावरणीय चुनौतियों को हल करने के लिए मिशन भाव से काम करने का इरादा।
4. डीपीआईआईटी द्वारा विधिवत पंजीकृत और मान्यता प्राप्त।
5. महिलाओं के नेतृत्व वाले सामाजिक उद्यमों को आवेदन करने के लिए अत्यधिक प्रोत्साहित किया जाता है।

विषयगत क्षेत्र
नीचे सूचीबद्ध विषयगत क्षेत्रों से स्टार्ट-अप्स से आवेदन आमंत्रित किए जाते हैं-
ऽ पर्यावरण संरक्षण
ऽ किफायती स्वास्थ्य सेवा
ऽ सतत ग्रामीण अर्थव्यवस्था
ऽ बेहतर प्रशासन के लिए टैक्नोलॉजी
ऽ एसएमई का आर्थिक विकास
ऽ लैंगिक विविधता और समावेशन
ऽ स्वच्छ और हरित ऊर्जा
ऽ किफायती और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा
ऽ साफ पानी और स्वच्छता