राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के परिपेक्ष में सामुदायिक विज्ञान शिक्षा पर मंथन

उदयपुर 21 अप्रैल सामुदायिक एवं व्यावहारिक विज्ञान महाविद्यालय, महाराणा प्रताप कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय में सामुदायिक विज्ञान शिक्षा एवं नई शिक्षा नीति पर राष्ट्रीय स्तर मंथन हेतु एक दिवसीय कार्यशाला आयोजित की गई। डॉ नरेंद्र सिंह राठौड़, कुलपति, महाराणा प्रताप कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, उदयपुर ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अनुसार सामुदायिक विज्ञान शिक्षा को सामयिक, उपयोगी एवं रोजगार परक बनाने पर जोर दिया।
आई. सी. ए. आर. द्वारा सामुदायिक विज्ञान के स्नातक पाठ्यक्रम को नई शिक्षा नीति के अनुसार बनाने के लिए राष्ट्र स्तरीय पर गठित छठी डीन्स कमेटी की अध्यक्ष डॉ मीनू श्रीवास्तव, अधिष्ठाता, सामुदायिक एवं व्यवहारिक विज्ञान महाविद्यालय, उदयपुर ने प्रारंभ में प्रतिभागियों एवं मुख्य वक्ताओं का स्वागत करते हुए नए पाठ्यक्रम के क्रियान्वयन की रणनीति के बारे में विस्तार से अवगत कराया।
कार्यशाला में देश के प्रख्यात सामुदायिक वैज्ञानिकों यथा डॉ पुष्पा बी. खादी , प्रो. एमेराइट्स , सामुदायिक विज्ञान महाविद्यालय , धारवाड़, डॉ. टी. नीरजा , डीन , सामुदायिक विज्ञान महाविद्यालय , गुंटूर , प्रो. पी. अमला कुमारी एवं प्रो. के. मनोरमा , सामुदायिक विज्ञान महाविद्यालय, हैदराबाद , प्रो. ज्योति वस्त्राद, सामुदायिक विज्ञान महाविद्यालय, धारवाड़, ने स्नातक पाठ्यक्रम में विभिन्न स्तर पर संभावित सर्टिफिकेट, डिप्लोमा एवं डिग्री पाठ्यक्रमों के बारे में विस्तृत चर्चा की। उन्होंने वर्तमान पाठ्यक्रम में मल्टीपल एंट्री एवं एग्जिट तथा कौशल विकास के लिए सुझाव दिए।
इस कार्यशाला में देश के विभिन्न सामुदायिक संस्थानों से 162 प्रतिभागियों ने भाग लिया। कार्यशाला के आयोजक प्रो धृति सोलंकी , प्रो राजश्री उपाध्याय एवं प्रो रेनू मोगरा थे। कार्यक्रम का संचालन डॉ विशाखा शर्मा एवं पायल तलेसरा ने किया। अंत में डॉ राजश्री उपाध्याय ने आभार व्यक्त किया।