अदाणी पोर्ट्स ने बॉन्ड मार्केट में की एंट्री, 500 करोड़ रुपये का निवेश
भारत के सबसे बड़े निजी बंदरगाह संचालक अदाणी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकॉनॉमिक जोन ने दो साल में पहली बार बॉन्ड मार्केट में प्रवेश किया है। इसके बाद कंपनी की मांग में बढ़ोतरी हुई है।

अदाणी समूह को सुप्रीम कोर्ट के फैसले से बड़ी राहत मिली है। कोर्ट के फैसले के बाद कंपनी के शेयरों में तेजी आई है। अब अदाणी पोर्ट भी बॉन्ड मार्केट में एंट्री कर रहा है। कंपनी ने कुल मिलाकर 500 करोड़ रुपये का निवेश किया है।
भारत के सबसे बड़े निजी बंदरगाह संचालक अदाणी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकॉनॉमिक जोन ने दो साल में पहली बार बॉन्ड मार्केट में प्रवेश किया है। इसके बाद कंपनी की मांग में बढ़ोतरी हुई है।
कंपनी ने 5 साल में मैच्योर होने वाले बांड में 2.50 करोड़ रुपये का निवेश किया है। इस बांड पर 7.80% का ब्याज दिया जाएगा। वहीं, 10 साल में मैच्योर होने वाले बांड में 2.50 करोड़ रुपये का निवेश किया है। इस बांड पर 7.90% का ब्याज दिया जाएगा।
इन बांडों को इंडिया रेटिंग्स और इक्रा ने AA+ रेटिंग दी है। ट्रस्ट इन्वेस्टमेंट एडवाइजर्स इस इश्यू का एकमात्र प्रबंधक है।
अदाणी समूह को हिंडनबर्ग रिपोर्ट से राहत
हिंडनबर्ग रिपोर्ट से अदाणी समूह को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा था। इस रिपोर्ट में अदाणी समूह पर कई गंभीर आरोप लगाए गए थे। सुप्रीम कोर्ट के फैसले से अदाणी समूह को इन आरोपों से राहत मिली है। अब कंपनी को सेबी की मौजूदा जांच से गुजरने की आवश्यकता नहीं है।
कंपनी के लिए यह एक महत्वपूर्ण कदम है
अदाणी पोर्ट्स के लिए यह एक महत्वपूर्ण कदम है। यह कदम कंपनी की वित्तीय स्थिति को मजबूत करने में मदद करेगा। कंपनी इस निवेश से अपनी मौजूदा देनदारियों को चुकाने और नए प्रोजेक्टों में निवेश करने में सक्षम होगी।