मनरेगा योजना के तहत व्यक्तिगत लाभ के कार्यों को दी जाए प्राथमिकता - ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री
मनरेगा योजना के तहत व्यक्तिगत लाभ के कार्यों को दी जाए प्राथमिकता
ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री
ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज विभाग मंत्री रमेश चंद मीणा ने शुक्रवार को जिला कलक्ट्रेट सभागार में विभागीय अधिकारियों की समीक्षा बैठक ली।
बैठक में राजस्थान राज्य बीज निगम, अध्यक्ष, धीरज गुर्जर, सहाड़ा विधायक, गायत्री देवी, राज्य मिशन निदेशक, राजीविका मंजू राजपाल, ग्रामीण विकास विभाग के शासन सचिव डॉ के.के. पाठक, जिला कलक्टर आशीष मोदी, सीईओ जिला परिषद शिल्पा सिंह, विकास अधिकारीगण, विभिन्न प्रधान, जिला परिषद सदस्य सहित जिला पदाधिकारी शामिल हुए।
मीणा ने पंचायती राज एवं ग्रामीण विकास विभाग के अधिकारियों को मनरेगा योजना के तहत व्यक्तिगत लाभ के कार्यों को प्राथमिकता देते हुए ज्यादा से ज्यादा लोगों को लाभान्वित करने के निर्देश दिए। बैठक में मीणा ने अधिकारियों से स्वच्छ भारत मिशन, जलग्रहण, प्रधानमंत्री आवास योजना, चारागाह विकास, नर्सरी कार्य मे प्रगति और राजीविका की समीक्षा की। इन योजनाओं में कामकाज की प्रगति में सुधार करने के निर्देश दिए।
उन्होंने कहा कि योजनाओं का काम धरातल पर भी दिखना चाहिए। राज्य सरकार की फ्लैगशिप योजनाएं और बजट की घोषणा तय समय पर पूरी होनी चाहिए जिससे जनता को समय पर इनका लाभ मिल सके। बैठक में उन्होने मनरेगा के कार्याे पर विशेष जोर दिया। उन्होंने कहा कि सरकार ने अपनी बजट घोषणा में 100 दिन से बढ़ा कर 125 दिन काम देने की घोषणा की है। ग्रामीण विकास मंत्री ने मनरेगा मजदूरों के जॉब कार्ड अपडेट रखने और जल्द से जल्द अभियान चला कर नए जॉब कार्ड लाभार्थियों को उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। इस दौरान अधिकारियों को ज्यादा से ज्यादा ग्राम सभाओं का आयोजन करने और ग्राम सभाओ में ग्रामवासियों को शामिल करने के निर्देश दिए।
ग्रामीण विकास मंत्री ने जलग्रहण के कार्यों की समीक्षा करते हुए जिले के गांवों में जल ग्रहण के कार्य की संख्या बढ़ाकर प्रगति अर्जित करने के निर्देश दिए। उन्होंने वाटरशेड के अभियंताओं से कहा कि बड़ा टेण्डर किया जाए, ताकि गुणवत्तापूर्ण कार्य के साथ ठेकेदार फर्म की जबावदेही तय हो सके। स्वच्छ भारत मिशन की समीक्षा करते हुए अधिकारियों से कहा कि व्यक्तिगत शौचालय, सामुदायिक शौचालयों का उपयोग सुनिश्चित हो। उन्होंने गांवों में ठोस-तरल कचरा प्रबंधन पर जोर दिया। उन्होने कहा कि गांवों में सफाई, ड्रेनेज सिस्टम के लिए कार्ययोजना बनाई जाए, ताकि जो राशि खर्च हो, उसका बेहतर उपयोग हो सके।
ग्रामीण विकास मंत्री ने कहा कि राजीविका ग्रामीण भारत की अर्थव्यवस्था मजबूत करने का कार्य कर रहा है। ग्रामीण अर्थव्यवस्था को और मजबूती से सशक्त बनाने का काम कर रहा है।
बैठक में शासन सचिव, ग्रामीण विकास, के. के. पाठक ने भी अधिकारियों को कार्य में नवाचार करने के साथ-साथ कार्य प्रगति लाने पर जोर दिया।