प्रदेश में 2 करोड़ से ज्यादा लोगों ने ली तम्बाकू उत्पादों का सेवन नहीं करने की शपथ

May 31, 2022 - 23:55
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प्रदेश में 2 करोड़ से ज्यादा लोगों ने ली तम्बाकू उत्पादों का सेवन नहीं करने की शपथ

प्रदेश में 2 करोड़ से ज्यादा लोगों ने ली तम्बाकू उत्पादों का सेवन नहीं करने की शपथ

इस जन जागरण के लिए भावी पीढ़ियां धन्यवाद देगी

-चिकित्सा मंत्री

विश्व तम्बाकू निषेध दिवस के अवसर पर मंगलवार को प्रदेश में लगभग 2 करोड़ से ज्यादा लोगों ने तम्बाकू उत्पादों का सेवन नहीं करने तथा अपने परीचितों, मित्रों एवं परिजनों को भी तम्बाकू उत्पादों का सेवन नहीं करने के लिए प्रेरित करने की शपथ ली। प्रदेश के कोने-कोने में लोगों ने इस कार्यक्रम में बढ़ चढ़कर भाग लिया। राजस्थान को तम्बाकू मुक्त राज्य बनाने के लिए तम्बाकू उपयोग नियंत्रण हेतु राजस्थान सरकार द्वारा चलाये गये 100 दिवसीय विशेष अभियान के सफल समापन के अवसर पर राज्य स्तरीय कार्यक्रम का आयोजन मंगलवार को बिड़ला सभागार में किया गया। 

प्रदेश के गांव-ढांणी तक ली गयी शपथ

तम्बाकू मुक्त राजस्थान बनाने के लिए प्रदेश के दूर-दराज के गांव और ढ़ाणियों तक में लोगों ने तम्बाकू का त्याग करने की शपथ ली। विश्व तम्बाकू निषेध दिवस के अवसर पर प्रातः 11 बजे एकबारगी ऐसा लगा जैसा पूरा प्रदेश थम सा गया हो। जो व्यक्ति जहां खड़ा था उसी स्थान पर उसने तम्बाकू का सेवन नहीं करने की शपथ ली। रेत के धोरों पर चलती स्थानीय महिलाओं ने, मनरेगा स्थल पर कार्यरत श्रमिकों, सरकारी कार्यालयों के कार्मिकों, चिकित्सा संस्थानों के चिकित्साकर्मियों, प्रदेश के पुलिस कर्मियों, सभी ग्राम सभाओं में उपस्थित ग्रामीणों, बाजारों एवं निजी कार्यालयों में उपस्थित लोगों सहित 2 करोड़ से ज्यादा लोगों ने तम्बाकू मुक्ति की शपथ ली।

 

चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री परसादी लाल मीणा ने बिडला ऑडिटोरियम में आयोजित राज्य स्तरीय कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा कि चिकित्सा विभाग ने अन्य विभागों के साथ प्रदेश को तम्बाकू मुक्त करने का जो जन जागरण अभियान चलाया है उसके लिए आने वाली पीढियां हमें धन्यवाद देगी। इस जनजागरण अभियान को तब तक अनवरत चलाना है जब तक कि पूरा प्रदेश तम्बाकू मुक्त नहीं हो जाता है। उन्होंने कहा कि विश्व स्वास्थ्य संगठन ने राजस्थान सरकार के कार्यों की प्रशंसा की है और राजस्थान के तम्बाकू नियंत्रण मॉडल को अपनाने की सलाह केन्द्र द्वारा अन्य राज्यों को दी गयी है। चिकित्सा मंत्री ने कहा कि कोई गांव, ढाणी, वार्ड या मोहल्ला तम्बाकू मुक्त होता है तो उसको विशेष पारितोषित देने की व्यवस्था की जायेगी।

 

चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के शासन सचिव डॉ. पृथ्वी ने कहा कि आमजन, जनप्रतिनिधि, स्वयंसेवी संस्था आदि लम्बे समय तक जब इस अभियान से जुड़े रहेंगे तब इस समस्या से प्रदेश को मुक्ति मिलेगी। कार्यक्रम के दौरान राजस्थान के बेहतरीन तम्बाकू नियंत्रण मॉडल के लिए विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा शासन सचिव डॉ. पृथ्वी को सम्मानित किया गया। इस अवसर पर शासन सचिव ने कहा कि यह सम्मान उस पूरी टीम का है जो अभियान को सफल बनाने के लिए गांव-ढांणी तक जी जान से जुटी हुई है। 

कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो के पुलिस महानिदेषक बी.एल.सोनी ने कहा कि पुलिस महकमा हर जगह हर तरीके से इस अभियान से जुड़कर इसको सफल बनायेगा। उन्होंने कहा कि अभियान को सफल बनाने के लिए हमे ऐसे लोगों की स्टोरी प्रस्तुत करनी चाहिए जो तम्बाकू का सेवन करते थे और अब पूर्णत तम्बाकू का सेवन बंद कर दिया है। इसी प्रकार ऐसे बहुत से सरकारी और सार्वजनिक कार्यक्रम होते हैं जिसका स्पोन्सर कोई तम्बाकू उत्पाद कंपनी करती है। हमे ऐसे कार्यक्रमों को छोडेंगे तो समाज में एक अच्छा संदेश जाएगा।

 

राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के मिशन निदेशक डॉ. जितेन्द्र कुमार सोनी ने कहा कि यह अभियान हर जिले, हर गांव तक पहुंचा है। इस पुष्टि इस बात से होती है कि पुरस्कार विजेताओं में हर जिले का प्रतिनिधित्व है। उन्होंने कहा कि हर वह व्यक्ति जो प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से इस अभियान से जुड़ा है वह धन्यवाद का पात्र है। 

इस अवसर पर विश्व स्वास्थ्य संगठन के कन्ट्री हैड रोड्रिको एच ऑफरीन ने राजस्थान के तम्बाकू नियंत्रण मॉडल की सराहना करते हुए इसे अन्य देशों के लिए अनुकरणीय बताया। 

कार्यक्रम में शपथ से पूर्व झालावाड जिला कलक्टर भारती दीक्षित ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का प्रदेशवासियों के नाम संदेश पढ़कर सुनाया। इस अवसर पर चूरू पुलिस अधीक्षक दिगंत आनन्द, खाद्य सुरक्षा आयुक्त सुनिल कुमार, निदेशक जनस्वास्थ्य डॉ. वी.के.माथुर सहित अन्य अतिथी, संयुक्त निदेशक एनटीसीपी डॉ. एस.एन. धौलपुरिया सहित संबंधित अधिकारीगण एवं आमजन उपस्थित रहे। 

ये हुए पुरस्कृत

प्रदेशभर में आयोजित हुए 100-दिवसीय तम्बाकू जागरूकता अभियान एवं कोटपा अधिनियम गतिविधियों में विभिन्न श्रेणियों में उत्कृष्ट उपलब्धि प्राप्त करने वाले अधिकारियों, कार्मिकों, जनसमूह और स्वयंसेवी संस्थाओं को पुरस्कृत राशि एवं प्रतीक चिह्न देकर सम्मानित किया गया। पुरस्कार प्राप्त करने वालों की निम्नानुसार जानकारी उल्लेखित है।