राजस्थान फाउंडेशन के आयुक्त का प्रदेश का तीन दिवसीय दौरा संपन्न

Apr 28, 2022 - 16:48
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राजस्थान फाउंडेशन के आयुक्त का प्रदेश का तीन दिवसीय दौरा संपन्न

राजस्थान फाउंडेशन के आयुक्त का प्रदेश का तीन दिवसीय दौरा संपन्न

श्रीगंगानगर,बीकानेर और चूरू में आयोजित विभिन्न कार्यक्रमों में लिया हिस्सा

राजस्थान फाउंडेशन की उपलब्धियों पर कमिश्नर का हुआ भव्य सार्वजनिक अभिनंदन

राजस्थान फाउंडेशन के आयुक्त धीरज श्रीवास्तव का श्रीगंगानगर बीकानेर और चूरू के विभिन्न अंचलों का तीन दिवसीय दौरा आज संपन्न हो गया। कमिश्नर श्रीवास्तव ने अपने तीन दिवसीय दौरे की शुरुआत गंगानगर से कि, गंगानगर की टांटिया यूनिवर्सिटी एवं एकता मंच के संयुक्त तत्वाधान में रखे गए राजस्थान कल, आज और कल व्याख्यान के मुख्य वक्ता के रूप में उन्होंने राज्य सरकार के सकारात्मक कदमों की प्रशंसा करते हुए फाउंडेशन की गतिविधियों का ब्यौरा भी दिया। इससे पूर्व यूनिवर्सिटी के वाइस चेयरमैन डॉ. मोहित टांटिया, कार्यकारी निदेशक के. एस. सुखदेव, निदेशक डॉ. अश्वनी गोगिया, अध्यक्ष प्रो. (डॉ.) एम. एम. सक्सेना, जनरल मैनेजर डॉ. विकास सचदेवा, एकता मंच के अध्यक्ष रविंद्र लीला आदि ने उनका स्वागत किया। इस अवसर पर आयुक्त श्रीवास्तव का लायन्स क्लब, विश्व योग भारती शिक्षण एवं समग्र कल्याण संस्थान राजस्थान, जैन ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशन्स, किन्नू क्लब, महावीर किसान सेवा केंद्र आदि की तरफ से भी सार्वजनिक अभिनंदन किया गया। राजस्थानी साफा पहनाया गया, शाल ओढ़ाकर स्मृति चिन्ह प्रदान किए गए। 

धीरज ने अपने दौरे के दौरान श्रीगंगानगर, बीकानेर और चूरू में यूक्रेन से लौटे विद्यार्थियों और उनके परिजनों से मुलाकात की तथा राज्य सरकार की तरफ से उन्होंने आश्वस्त किया कि यूक्रेन से लौटे विद्यार्थियों की शिक्षा के प्रति राज्य सरकार पूर्ण रूप से गंभीर है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत इनके भविष्य के प्रति चिंतित हैं। राज्य सरकार का प्रयास है कि इनकी पढ़ाई प्रभावित नहीं हो। इन्हें पढ़ाई नियमित जारी रह सके। उन्होंने यूक्रेन से लौटे विद्यार्थियों और उनके अभिभावकों से चर्चा करते हुए कहा कि राज्य सरकार द्वारा इस संबंध में केंद्र सरकार को एनओसी जारी करने हेतु पत्र लिखा जा चुका है। राज्य सरकार की सर्वाेच्च प्राथमिकता है कि इन बच्चों की पढ़ाई फिर से शुरू हो सके। इसके लिए सरकार विभिन्न विकल्पों पर विचार कर रही है। इस संबंध में राजस्थान फाउंडेशन के स्तर पर प्रवासी समुदाय के सहयोग से कई देशों से बातचीत भी की जा रही है। ऑनलाइन पढ़ाई कर रहे बच्चे और अभिभावक इन विकल्पों पर निर्णय करने के पश्चात जिला प्रशासन को अवगत करवा सकते हैं। इसके बाद ही अगले चरण की कार्रवाई शुरू होगी। उन्होंने बताया कि यूक्रेन से लौटे बच्चों का यात्रा खर्च राज्य सरकार द्वारा वहन किया गया है। अगर कोई इससे वंचित है तो वह जिला कलक्टर अथवा राजस्थान फाउंडेशन से सीधे संपर्क कर सकता है।

उन्होंने कहा कि बच्चों के भविष्य को देखते हुए राज्य सरकार हरसंभव प्रयास कर रही है। परंतु इस मुद्दे पर अंतिम निर्णय केंद्र सरकार को लेना है। इस दौरान उन्होंने बैठक में यूक्रेन से लौटे विद्यार्थियों और उनके अभिभावकों की बात सुनी और उनके सवालों का जबाव दिया। साथ ही यूनिवर्सिटी आफ मोल्दोवा से प्राप्त 280 छात्रों के प्रवेश सम्बन्धी प्रस्ताव से सबको अवगत कराया। विद्यार्थियों और अभिभावकों ने राजस्थान फाउण्डेशन द्वारा विद्यार्थी हित के प्रयासों की सराहना की और मुख्यमंत्री गहलोत का आभार व्यक्त किया।

धीरज ने बीकानेर प्रवास के दौरान राज्य सरकार द्वारा प्रदेश भर में चलाई जा रही इंदिरा रसोई योजना की वास्तविक कार्य विधियों का निरीक्षण किया। श्री धीरज ने व्यवस्थापकों और जिम्मेदार अधिकारियों को इस योजना को प्रभावी रूप से लागू करने तथा जरूरतमंदों तक लाभ पहुंचाने के प्रयासों की प्रशंसा की। श्री धीरज ने लाभार्थियों के साथ बैठकर खाना भी खाया तथा इंदिरा रसोई योजना के खानपान की गुणवत्ता का निरीक्षण किया।

धीरज ने अपने दौरे के तीसरे दिन चूरु जिले के ताल छापर, सुजानगढ़ और सालासर जैसे महत्वपूर्ण स्थलों का दौरा किया तथा प्रवासियों के सहयोग से किए गए कार्यों का निरीक्षण और राजस्थान फाउंडेशन की गतिविधियों से आमजन को रूबरू करवाया।

उन्होंने ताल छापर के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र की गतिविधियों का जायजा लिया तथा बजट घोषणा में इस प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में बदलने की व्यवस्थाओं का निरीक्षण किया तथा और इस अपग्रेडेशन से संबंधित व्यवस्थाएं पूर्ण करने के संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए। धीरज श्रीवास्तव ने सालासर के प्रसिद्ध मंदिर में जाकर यूक्रेन से लौटे विद्यार्थियों तथा यूक्रेन के प्रभावितों के लिए दुआएं मांगी। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि राज्य सरकार प्रवासी राजस्थानीयों के हर सुख- दुख में कंधे से कंधा मिलाकर काम कर रही है।

धीरज श्रीवास्तव ने अपने दौरे के अंतिम दिन चूरू की सुजानगढ़ तहसील में सुक्षेम फाउंडेशन के सहयोग से तैयार किए गए ष्शायर मालू प्रवासी भवनष् का उद्घाटन किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि चूरू जिले की प्रवासी राजस्थानीओं का यहां के स्थानीय विकास में महत्वपूर्ण योगदान रहा है, शायर मालू प्रवासी भवन प्रवासी राजस्थानीओं का अपनी मिट्टी से लगाव का एक जीता जागता उदाहरण है। उन्होंने कहा कि राजस्थान फाउंडेशन लगातार प्रवासियों को अपनी मिट्टी से पुनः जोड़ने के लिए प्रयासरत है तथा प्रवासियों द्वारा अपने पूर्वजों की धरती पर ऎसे सामाजिक कार्यों में बढ़ चढ़कर हिस्सा लेना फाउंडेशन का उसके मकसद में कामयाबी का एक उदाहरण है। अपने इस तीन दिवसीय दौरे के दौरान श्री धीरज श्रीवास्तव ने राजस्थान फाउंडेशन द्वारा कोरोनावायरस महामारी से निपटने तथा यूक्रेन संकट में फंसे हुए प्रवासी राजस्थानी विद्यार्थियों को वापस लाने में राज्य सरकार के सहयोग और राजस्थान फाउंडेशन की गतिविधियों और फाउंडेशन की भविष्य की रणनीति के बारे में विस्तार से चर्चाएं की। अपने दौरे के दौरान उन्होंने तीनों जिलों में मुख्यमंत्री द्वारा सोंपे पर गए विशेष कार्याे और राज्य सरकार की फ्लैगशिप योजनाओं का अपडेट भी लिया तथा उनके कार्यान्वयन में आ रही दिक्कतों पर फीडबैक लेकर जल्द ही सकारात्मक समाधान के लिए आश्वस्त किया। इस दौरे में श्री धीरज श्रीवास्तव के साथ श्रीगंगानगर, बीकानेर और चूरू के स्थानीय जनप्रतिनिधि, विधायक तथा जिला कलेक्टर्स सहित प्रशासन के सभी जिम्मेदार अधिकारी मौजूद रहे।