नवाचार सक्षम अलवर अभियान को प्रदेश भर में लागू कराया जाएगा - सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री

नवाचार सक्षम अलवर अभियान को प्रदेश भर में लागू कराया जाएगा - सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री
सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री टीकाराम जूली ने कहा कि नवाचार सक्षम अलवर अभियान दिव्यांगजनों को एक छत के नीचे सभी सुविधाएं उपलब्ध कराने का सार्थक प्रयास है।
जूली ने गुरूवार को सक्षम अलवर अभियान के तहत उमरैण पंचायत समिति के प्रांगण में आयोजित निःशुल्क पंजीकरण सह-परीक्षण शिविर का शुभारम्भ कर उपस्थित जनसमूह को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि अलवर जिले में पायलेट प्रोजेक्ट के रूप में यह अभियान चलाया गया है, इससे दिव्यांगजनों को सरकारी योजनाओं का लाभ एक ही प्लेटफार्म पर मिल रहा है। यह अभियान अलवर में दिव्यांगजनों के लिए वरदान साबित हो रहा है। इसकी सफलता को देखते हुए प्रदेश भर में यह अभियान लागू कराया जाएगा।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार समाज के सभी वर्गों को एक साथ लेकर चल रही है। नर सेवा को नारायण सेवा मानते हुए दिव्यांगजनों के लिए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने देश में पहली बार विश्वविद्यालय खोला है। साथ ही दो कॉलेज खोले जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि दिव्यांगजनों के आरक्षण में इजाफा किया है, पदोन्नति में आरक्षण लागू किया है, इनकी पेंशन राशि बढाई गई है, पिछले वर्ष दो हजार स्कूटी तथा इस साल 5 हजार स्कूटी दिव्यांगजनों को निःशुल्क वितरित की जाएगी जिसमें पात्र दिव्यांग अपनी इच्छानुसार पेट्रोल या इलेक्टि्रक स्कूटी ले सकेंगे। उन्होंने बताया कि प्रदेश के सभी विशेषयोग्यजनों के यूनिक आईडी कार्ड बनाए जा रहे हैं जिसको जनाधार कार्ड से जोडा जा रहा है जिससे इनको सरकारी योजनाओं का लाभ आवेदन करते ही तुरन्त मिल सकेगा।
उन्होंने कहा कि भिखारी मुक्त राजस्थान अभियान चलाया जा रहा है जिसमें भिखरियों को सशक्त बनाकर भिक्षावृति से दूर किया जा रहा है इसके लिए जयपुर में केंद्र बनाकर कार्य प्रारम्भ किया जा चुका है। इसमें भिखारियों को चिन्हित कर उन्हें उनकी आवश्यकतानुसार रोजगार, स्कूल, वृद्धाश्रम आदि से जोडा जा रहा है। उन्होंने बताया कि विगत 6 महीने में सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग ने 8 लाख लोगों की पेंशन स्वीकृत की है। पालनहार योजना में अनाथ बच्चों को 2500 रूपये का लाभ मिलना शुरू हो गया है। विभाग द्वारा छात्रवृति की राशि में वृद्धि की गई है, कामकाजी महिलाओं के लिए सेंटर बनाए जा रहे हैं तथा विभाग द्वारा विद्यार्थियों एवं आमजन के लिए पुस्तकालय खोले जा रहे हैं। शिविर में श्री जूली ने दिव्यांगजनों को ससम्मान बैठाकर उनकी परिवेदनाओं को सुनकर संबंधित अधिकारियों को त्वरित निस्तारण के निर्देश दिये।
सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के सहायक निदेशक रविकान्त ने बताया कि आयोजित शिविर में कुल 360 व्यक्ति पंजीकृत किए गए। 175 नए पंजीकृत दिव्यांगजनों को प्रमाण पत्र जारी किये गए। उन्होंने बताया कि एडिप योजना के अन्तर्गत 40 दिव्यांगजनों को सहायक उपकरण के लिए चिन्हित किया गया जिनमें से 6 दिव्यांगजन विरसिंहपुरा निवासी अब्बास खान, पथरोडिया का बास निवासी अरविंद कुमार, अकबरपुर निवासी मदनलाल, गुजुकी निवासी रामभुतेरी, अलवर निवासी रतनलाल तथा दयावत्ती के हाथ, पैर की नाप लेकर कृत्रिम हाथ, पैर तैयार करवाए जाएंगे। उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय वयोश्री योजना में 20 वरिष्ठजनों को निःशुल्क उपकरण देने के लिए पंजीकरण किया गया। उन्होंने बताया कि शिविर में 57 विशेष योग्यजनों को मुख्यमंत्री विशेष योग्यजन पेंशन के लिए पात्र माना गया जिनको दिव्यांगता प्रमाण पत्र जनाधार में अपडेट करवाकर लाभांवित किया जाएगा। पालनहार योजना 34 नवीन विशेष योग्यजनों को पात्र माना गया जिनके जनाधार में डिसएबिलिटी का स्टेटस अपडेट करवाकर पालनहार योजना से जोडा जाएगा। साथ ही 27 लोगों को रोडवेज के पास जारी किए गए। उन्होंने बताया कि सक्षम अलवर अभियान के अन्तर्गत अलवर स्थित प्रताप स्कूल परिसर में शिविर का आयोजन होगा।
कार्यक्रम में जिला बीसूका के उपाध्यक्ष योगेश मिश्रा एवं उमरैण प्रधान दौलतराम जाटव ने अलवर सक्षम अभियान को दिव्यांगजनों के लिए सौगात बताते हुए कहा कि जागरूक रहकर सरकारी योजनाओं का लाभ उठाए।
इस अवसर पर स्थानीय जन प्रतिनिधि संबंधित अधिकारी मौजूद थे।