सामूहिक भावना का बीजारोपण बचपन से ही हो :डॉ मीनू श्रीवास्तव

ये विचार महाराणा प्रताप कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय ,उदयपुर के संघटक ,सामुदायिक एवं व्यावहारिक विज्ञान महाविद्यालय की अधिष्ठाता प्रोफेसर मीनू श्रीवास्तव द्वारा महाविद्यालय के नवप्रवेशित छात्र -छात्राओं हेतु आयोजित दस दिवसीय इंडक्शन कार्यक्रम के उद्घाटन सामारोह में व्यक्त किये गए। आपने कहा की समाज की सबसे छोटी इकाई ,परिवार से लेकर वैश्विक स्तर तक किये जा रहे क्रियाकलापों की सफलता के मूल में सामूहिक कल्याण की भावना निहित है। अकेला व्यक्ति समाज का कल्याण नहीं कर सकता। सह -अस्तित्व के सिद्धांत को समझने के लिए प्रारम्भ से ही बालकों को इसकी आवश्यकता और महत्व समझाना चाहिए।
महाविद्यालय की छात्र कल्याण अधिकारी प्रोफेसर गायत्री तिवारी ने आयोजन के विषय में विस्तृत जानकारी देते हुए बताया की प्रथम वर्ष के बालकों में परिपक्वता के अभाव के चलते कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है। विद्यालय से महाविद्यालय के इस सफर में उन्हें अनेकों चुनौतियों का सामना करना पड़ता है ,जिसमें व्यक्तिगत ,पारिवारिक ,सामाजिक ,मनोवैज्ञानिक से लेकर शैक्षणिक उपलब्धियां शामिल हैं।
इनका सामना करने के लिए सही समय पर उनमें जीवन कौशल विकसित किये जाने के मद्देनज़र ये कार्यक्रम प्रासंगिक है। क्लब एडवाइजर डॉ सुमित्रा मीणा ने कहा की दस दिनों में टीम बिल्डिंग ,योग ,सांस्कृतिक धरोहर ,समय प्रबंधन ,मानसिक स्वास्थ्य ,स्व जागरूकता सोशल कम्पेटिबिलिटी ,सेल्फ डिफेन्स ,सम्प्रेषण कौशल ,पॉजिटिव सेल्फ विषयक सत्र आयोजित किये जायेंगे। सत्र के प्रमुख वक़्ता श्री उत्कर्ष और देवर्ष,मोटिवेशनल स्पीकर ,जतन संस्थान ,उदयपुर ने इंटरैक्टिव सेशन के माध्यम से समूह की आवश्यकता ,महत्व ,ध्यान रखने योग्य बातों पर सारगर्भित जानकारी दी।