आभासी दुनिया मानसिक स्वास्थ्य के लिए सर्वाधिक हानिकारक:डॉ मीनू श्रीवास्तव

10 अक्टूबर 2023 : ये वक्तव्य डॉ मीनू श्रीवास्तव ने विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस के अवसर पर महाराणा प्रताप कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय , उदयपुर के सामुदायिक एवं व्यावहारिक विज्ञान महाविद्यालय द्वारा द्वारा आयोजित “जैसा मन :वैसा तन” विषयक संवाद कार्यक्रम में दिए। आपने कहा की इस प्रकार के आयोजनों से विषय विशेष के प्रति उनकी समझ बढ़ती है तथा वे दैनंदिन जीवन में भी इससे प्राप्त ज्ञान के प्रायोगिक पहलू से लाभ प्राप्त करते हैं। आपने ऐसी गतिविधियों की सराहना करते हुए भविष्य में भी ऐसे कार्यक्रम करने का आह्वाहन किया। आंकड़े बताते हैं की आभासी दुनिया में अनवरत विचरण के चलते व्यक्तियों का वास्तविक दुनिया से सम्बन्ध धीरे धीरे कटता जा रहा है ,जिससे मानसिक स्वास्थ्य सम्बन्धी परेशानियां बढ़ती जा रही हैं।
जैसा मन :वैसा तन विषयक आयोजन सचिव डॉ. गायत्री तिवारी ,सह अधिष्ठाता -छात्र कल्याण प्रोफेसर एवं वरिष्ठ वैज्ञानिक ,मानव विकास और पारिवारिक समबन्ध विभाग , ने सत्र के शीर्षक की प्रासंगिकता बताते हुए कहा की पहले माना जाता था जैसा तन :वैसा मन। वास्तविकता तो यही है। किन्तु बदलते परिदृश्य में लोगों का रुझान शारीरिक स्वास्थ्य के प्रति अपेक्षाकृत बढ़ा है ,लेकिन विडंबना ये है की कोई भी मन के लिए मनन चिंतन करता नज़र नहीं आता। जिसकी परीणिती कई बार आत्महत्या जैसा जघन्य अपराध करने पर मजबूर कर देती है। ये सही समय है की सभी के मानसिक स्वास्थ्य को सुनिश्चित किया जाए ताकि एक खुशहाल समाज बन सके। इस अवसर पर प्रतिभागियों की सक्रीय भागीदारी रही। समापन क्लब एडवाइजर डॉ सुमित्रा मीणा ,सहायक आचार्य ,खाद्य विज्ञान अवं पोषण विभाग के धन्यवाद ज्ञापन से किया गया। संयोजन यंग प्रोफेशनल डॉ. स्नेहा जैन ने किया।