टाको ने रणथंभौर नेशनल पार्क में वन्यजीव संरक्षण में सहायता के लिए लगाए सात पैट्रोलिंग वाहन
रणथंभौर नेशनल पार्क ने टाको द्वारा पहले दिए गए 1 करोड़ रुपये के अनुदान का उपयोग, इन सात वाहनों की खरीददारी में किया है।
सवाई माधोपुर: वेदांता समूह की सामाजिक प्रभाव शाखा, एनिमल केयर ऑर्गनाइजेशन (टाको) ने अनिल अग्रवाल फाउंडेशन (आफ) के सहयोग से एक प्रमुख एनिमल वेलफेयर पहल के तहत, आज राजस्थान के रणथंभौर नेशनल पार्क में सात पैट्रोलिंग वाहनों की तैनाती की है। वर्ल्ड वाइल्डलाइफ डे के मौके पर आयोजित इस कार्यक्रम में टाको एंकर, हिंदुस्तान जिंक लिमिटेड की चेयरपर्सन और वेदांता लिमिटेड की नॉन-एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर, सुश्री प्रिया अग्रवाल हेब्बार ने आईएफएस के प्रधान मुख्य वन संरक्षक (पीसीसीएफ) और राजस्थान सरकार के चीफ वाइल्डलाइफ वार्डन (सीडब्ल्यूएलडब्ल्यू), श्री पवन कुमार उपाध्याय, व अन्य फॉरेस्ट अधिकारियों के साथ अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। रणथंभौर नेशनल पार्क ने टाको द्वारा पहले दिए गए 1 करोड़ रुपये के अनुदान का उपयोग, इन सात वाहनों की खरीददारी में किया है। इस पहल के साथ, टाको खत्म होने की कगार पर पहुंच चुकीं प्रजातियों और उनके आवासों की रक्षा करने में संरक्षणवादियों तथा फॉरेस्ट डिपार्टमेंट्स के प्रयासों में योगदान दे रहा है। वन्यजीव संरक्षण के प्रति उनके उत्कृष्ट योगदान की सराहना करते हुए, सुश्री प्रिया अग्रवाल हेब्बार ने कार्यक्रम में रणथंभौर नेशनल पार्क के 6 वन अधिकारियों को भी सम्मानित किया।
बाएं से दाएं: प्रिया अग्रवाल हेब्बर (एंकर, टाको, चेयरपर्सन, हिंदुस्तान जिंक लिमिटेड और निदेशक, वेदांता लिमिटेड), अनूप के आर (मुख्य वन संरक्षक, रणथंभौर नेशनल पार्क), आकर्ष हेब्बर (ग्लोबल एमडी, वेदांता सेमीकंडक्टर्स एंड डिस्प्ले), पवन कुमार उपाध्याय (आईएफएस, पीसीसीएफ और सीडब्ल्यूएलडब्ल्यू, राजस्थान सरकार), रामानंद भक्कर (उप वन संरक्षक, रणथंभौर राष्ट्रीय उद्यान), प्रमोद कुमार धाकड़ (उप वन संरक्षक, पर्यटन रणथंभौर राष्ट्रीय उद्यान)
इस साझेदारी की महत्ता को बताते हुए, टाको एंकर, हिंदुस्तान जिंक लिमिटेड की चेयरपर्सन और वेदांता लिमिटेड की नॉन-एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर, सुश्री प्रिया अग्रवाल हेब्बार ने कहा, "हम टाको के जरिये रणथंभौर नेशनल पार्क में महत्वपूर्ण संरक्षण प्रयासों में योगदान देकर खुश हैं। यह सात अति आधुनिक पैट्रोलिंग वाहन, पार्क के अवैध शिकार रोधी उपायों और प्रतिक्रिया विधि को सुदृढ़ करने के हमारे दृढ़ समर्पण को दर्शाते हैं, जिसके माध्यम से इकोलॉजिकल संतुलन को मजबूत करने में मदद मिलेगी। यह साझेदारी आने वाली पीढ़ियों के लिए हमारे इकोसिस्टम को सुरक्षित रखने के लिए अनिल अग्रवाल फाउंडेशन के संकल्प को भी दर्शाता है।"
आईएफएस, पीसीसीएफ और सीडब्ल्यूएलडब्ल्यू, राजस्थान सरकार श्री पवन कुमार उपाध्याय ने कहा कि, "हम रणथंभौर राष्ट्रीय उद्यान में संरक्षण प्रयासों में टाको के अमूल्य योगदान के लिए उनके प्रति बहुत आभार व्यक्त करते हैं। इन अत्याधुनिक पैट्रोलिंग वाहनों की तैनाती से हमारी निगरानी और अवैध शिकार रोधी उपायों में महत्वपूर्ण वृद्धि होगी। टाको द्वारा हमारी टीम को निरंतर समर्थन, हमारे पार्क की समृद्ध जैव विविधता की रक्षा करने और उसमें रहने वाले जानवरों की बेहतरी सुनिश्चित करने के हमारे संकल्प को अधिक मजबूत करता है। हम भविष्य में राजस्थान में वन्यजीवों की खुशहाली के लिए लगातार काम करते रहेंगे।"
इन सात पैट्रोलिंग वाहनों की तैनाती, रणथंभौर नेशनल पार्क में संरक्षण गतिविधियों को बढ़ाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है और यह पार्क के वन्यजीव आबादी, जिसमें 88 बाघ भी शामिल हैं, की निगरानी व सुरक्षा में आवश्यक सहायता करेगा। बाघों के अलावा, रणथंभौर नेशनल पार्क वनस्पतियों और जीवों की समृद्ध विविधता से भरा हुआ है, जिसमें तेंदुओं से लेकर धारीदार लकड़बग्घों और स्लॉथ भालुओं तक कई जानवर शामिल हैं। 40 से अधिक स्तनपायी प्रजातियों, 330 पक्षी प्रजातियों और 35 रेप्टाइल प्रजातियों के साथ, यह पार्क एक महत्वपूर्ण इकोसिस्टम रखता है, जिसे लगातार सुरक्षा की आवश्यकता है, और इसके लिए टाको ने अधिकारियों को निरंतर समर्थन प्रदान किया है।
यहां ध्यान देना जरुरी है कि, टाको की यह पहल, "वन हेल्थ" के लिए एक समान दृष्टिकोण रखती है, जो लोगों, जानवरों, तथा पौधों और उनके साझा वातावरण के बीच, परस्पर संबंध बनाये रखने की दिशा में काम कर रही है। फरीदाबाद, हरियाणा में संगठन का शेल्टर, गायों, बैलों और कुत्तों सहित कई जानवरों के लिए एक आश्रय उपलब्ध कराता है, जो रेस्क्यू, पुनर्वास, एडवांस वेटरनरी केयर और समग्र कल्याण पर ध्यान केंद्रित करता है। इसके अलावा, टाको का समर्पण, टाको अकादमी के माध्यम से एजुकेशन और ट्रेनिंग तक फैला हुआ है, जो पशु चिकित्सकों और पारा-प्रोफेशनल्स के लिए विभिन्न सेशंस आयोजित करता है। टाको, दिल्ली-एनसीआर में ओपीडी और एम्बुलेंस सेवाओं के जरिये, पशु चिकित्सा स्वास्थ्य सेवाओं को सहयोग और मजबूती प्रदान करता है और फरीदाबाद में एडवांस एनिमल हेल्थकेयर पर ध्यान केंद्रित करने वाले एक मल्टी-स्पेशलिटी वेटरनरी हॉस्पिटल को भी जल्द ही लाने जा रहा है।