पड़ाव रेस्टोरेन्ट पर राजस्थान पर्यटन विकास निगम 'आरटीडीसी कॉन्क्लेव 2024' का आयोजन
अरोड़ा ने कहा कि आरटीडीसी के हाथ मिलाकर सरस डेयरी को खुशी है। उन्होंने कहा की आने वाले समय में प्रयास किया जाएगा की आरटीडीसी की अन्य यूनिट्स में भी सरस पार्लर स्थापित किए जाएं।
गुरूवार को जयपुर शहर के नाहरगढ़ स्थित पड़ाव रेस्टोरेन्ट पर राजस्थान पर्यटन विकास निगम (आरटीडीसी) द्वारा आरटीडीसी कॉन्क्लेव 2024" का आयोजन किया गया। इस अवसर पर पड़ाव कैफेटेरिया पर आरटीडीसी एवं जयपुर डेयरी के संयुक्त तत्वावधान में सरस पार्लर का भी उद्घाटन जयपुर डेयरी की सीएमडी सुषमा अरोड़ा व आरटीडीसी की एमडी अनुपमा जोरवाल द्वारा किया गया। इस अवसर पर शहर में ऊंटनी के दूध के पाऊच भी बिक्री के लिए भी उपलब्ध करवाए गए।
कॉन्क्लेव में आरटीडीसी की ऐतिहासिक पृष्ठभूमि एवं गौरव पूर्ण यात्रा के बारे में एवं साथ ही साथ प्रमुख होटल्स के बारे में भी दस शॉर्ट मूवी भी दिखाई गई। इस अवसर पर जयपुर डेयरी की सीएमडी सुषमा अरोड़ा ने आरटीडीसी की एमडी अनुपमा जोरवाल का आभार जताते हुए कहा आरटीडीसी द्वारा सरस पार्लर को जगह देने के लिए धन्यवाद। उन्होंने कहा कि जयपुर डेयरी सहकारिता के उद्देश्यों को पूरा करता है। अरोड़ा ने कहा कि आरटीडीसी के हाथ मिलाकर सरस डेयरी को खुशी है। उन्होंने कहा की आने वाले समय में प्रयास किया जाएगा की आरटीडीसी की अन्य यूनिट्स में भी सरस पार्लर स्थापित किए जाएं।
इस अवसर पर जोरवाल ने कहा आरटीडीसी दशकों से पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए काम कर रहा है। उन्होंने कहा कि हम सभी एक साथ मिलकर पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए काम करना है। उन्होंने कहा कि यूट्यूबर्स औऱ ब्लागर्स का मनोबल बढ़ाया औऱ कहा कि उनके मन की बात को उचित प्लेेटफॉर्म पर रखा जाएगा। उन्होंने कहा कि आरटीडीसी पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध है। जोरवाल ने कहा कि आने वाले समय में आरटीडीसी नए कवलर में प्रदेश में पर्यटकों को बढ़ावा देते हुए पधारो म्हारे देश की परिकल्पना को साकार करेगा।
इस कॉन्कलेव में प्रदेश के चुनिंदा ब्लागर्स व यूट्यूबर्स के साथ बातचीत करते हुए उन्हें एक मंच प्रदान किया गया। ब्लागर्स व यूट्यूबर्स ने इस अवसर अपने मन की बात कहते हुए अपने सुझाव व समस्याएं बताई। सभी ब्लॉगर्स व यूट्यूबर्स ने एक समवेत स्वर में उन्हें मंच देने के लिए आरटीडीसी का आभार जताया। यूट्यूबर्स और ब्लागर्स ने कहा कि आरटीडीसी के इस आयोजन में ऐसा लग रहा है कि आज हम ऊपर आसमां नीचे.