आपको सबसे पहले यह पता लगाना होगा कि आपकी खुजली का कारण क्या है। आपकी त्वचा सामान्य, लाल, खुरदरी दिख सकती है। बहुत ज्यादा और बार-बार स्क्रब करने से त्वचा रूखी हो जाएगी। रक्तस्राव का कारण बनता है।
खुजली एक अप्रिय, जलन पैदा करने वाली त्वचा की अनुभूति है। कई तरह के चर्म रोग (Skin Disease) में खुजली ज्यादा होती है. सनसनी होने पर रगड़ने से कुछ राहत मिल सकती है। लेकिन खरोंच वाली त्वचा का घाव खुजली को और फैला देता है। इससे बीमारी ठीक होने के बजाय और बढ़ जाती है। त्वचा की समस्या पर लगाने पर यह आपको कुछ समय के लिए राहत महसूस करने में मदद करता है। इसे प्रुरिटस (pr-RIE-tus) भी कहा जाता है। खुजली वाली त्वचा अक्सर सूखेपन के कारण होती है।
खुजली पांच प्रकार की होती है
बुजुर्गों में खुजली वाली त्वचा एक आम समस्या है। क्योंकि उम्र के साथ त्वचा रूखी हो जाती है। इससे खुजली होती है। एनसीबीआई की रिपोर्ट के मुताबिक स्कैबीज पांच प्रकार की होती है। इसमें न्यूरोजेनिक, साइकोजेनिक,खुजली के न्यूरोपैथिक और प्रुरिटोसेप्टिव प्रकार हैं। यह कई गंभीर बीमारियों का संकेत है। इसके अलावा सूजन या त्वचा को कोई नुकसान होने पर भी खुजली होती है।आपको सबसे पहले यह पता लगाना होगा कि आपकी खुजली का कारण क्या है। आपकी त्वचा सामान्य, लाल, खुरदरी दिख सकती है। बहुत ज्यादा और बार-बार स्क्रब करने से त्वचा रूखी हो सकती है।इससे रक्तस्राव होता है। या संक्रमित हो सकता है। इसका इलाज आप घर पर ही कर सकते हैं। अगर इसके बाद भी खुजली कम न हो तो डॉक्टर से सलाह लें और इलाज कराएं।
खुजली वाली त्वचा किन गंभीर बीमारियों का संकेत है?
ज़ेरोसिस, एक्जिमा, सोरायसिस, यकृत रोग, गुर्दे की बीमारी, एनीमिया, मधुमेह, थायरॉयड, मल्टीपल मायलोमा या लिम्फोमा, मल्टीपल स्केलेरोसिस, चिंता, अवसाद, जलन और एलर्जी।
बेकिंग सोडा खुजली का घरेलू उपचार है
एक अध्ययन के अनुसार बेकिंग सोडा के पानी से नहाने से खुजली से राहत मिलती है। दरअसल, यह मुंहासों को ठीक करता है। विरोधी भड़काऊ गुण हैं। अध्ययनों से पता चला है कि ये प्राकृतिक एसिड न्यूट्रलाइज़र के रूप में कार्य करते हैं जो खुजली से राहत दिलाने का काम करते हैं।
तुलसी खुजली से राहत दिलाती है
एक शोध के अनुसार तुलसी के सेवन से खुजली की समस्या कम होती है। बैक्टीरियल और फंगल संक्रमण के जोखिम को कम करता है। तुलसी में मौजूद एंटीमाइक्रोबियल गुण त्वचा की रक्षा करते हैं। तुलसी के पत्तों को पीसकर या पानी में उबालकर खुजली वाली जगह पर लगाने से तुरंत राहत मिलती है।
नीम खुजली के लिए कारगर है
मेडिकल रिसर्च के अनुसार नीम खुजली से राहत दिलाकर दर्द को दूर करने का काम करता है। नीम में एंटीबैक्टीरियल और एंटीफंगल गुण होते हैं। यह त्वचा को बैक्टीरिया और फंगल संक्रमण और उनके कारण होने वाली खुजली से बचाता है। नीम की पत्तियों को पानी के साथ पीसकर पेस्ट बना लें और खुजली वाली जगह पर लगाएं। नीम की पत्तियों को पानी में उबालने से जल्दी आराम मिलता है।
खुजली कम करने के लिए कौन सा घटक सबसे अच्छा है?
खुजली होने पर आपको चिकन सूप, ओमेगा-3 से भरपूर भोजन, केला, फल, ताजी सब्जियां आदि खानी चाहिए। इसके पोषक तत्व खुजली के दर्द को कम करते हैं।
डॉक्टर से कब सलाह लें?
यदि आपकी खुजली दो सप्ताह से अधिक समय तक बनी रहती है और घरेलू उपचार से राहत नहीं मिलती है, यदि आप अपनी दिनचर्या में गड़बड़ी का अनुभव करते हैं, सोने में परेशानी होती है, आपके पूरे शरीर में खुजली होती है, वजन कम होता है, बुखार या रात को पसीना आता है, तो तुरंत डॉक्टर से परामर्श करें।