प्रधानमंत्री गांधीनगर में स्कूलों के कमांड एंड कंट्रोल सेंटर का दौरा करेंगे

प्रधानमंत्री बनासकांठा जिले के दियोदर में 19 अप्रैल को सुबह करीब 9 बजकर 40 मिनट पर 600 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से बनाए गए एक नये डेयरी परिसर और आलू प्रसंस्करण संयंत्र को राष्ट्र को समर्पित करेंगे। नया डेयरी परिसर एक हरित क्षेत्र परियोजना है।

Sun, 17 Apr 2022 05:32 PM (IST)
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प्रधानमंत्री गांधीनगर में स्कूलों के कमांड एंड कंट्रोल सेंटर का दौरा करेंगे

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 18 से 20 अप्रैल, 2022 तक गुजरात का दौरा करेंगे। 18 अप्रैल को शाम करीब 6 बजे प्रधानमंत्री गांधीनगर में स्कूलों के कमांड एंड कंट्रोल सेंटर की यात्रा करेंगे। 19 अप्रैल को सुबह करीब 9 बजकर 40 मिनट पर वह बनासकांठा के दियोदर में बनास डेयरी संकुल में कई विकास परियोजनाओं की आधारशिला रखेंगे। इसके बाद दोपहर करीब साढ़े तीन बजे वह जामनगर में डब्ल्यूएचओ ग्लोबल सेंटर फॉर ट्रेडिशनल मेडिसिन की आधारशिला रखेंगे। 20 अप्रैल को लगभग 10 बजकर 30 मिनट पर प्रधानमंत्री गांधीनगर में वैश्विक आयुष निवेश और नवाचार शिखर सम्मेलन का उद्घाटन करेंगे। इसके बाद दोपहर करीब साढ़े तीन बजे वह दाहोद में आदिजाति महासम्मेलन में शामिल होंगे और विभिन्न विकास परियोजनाओं का उद्घाटन व शिलान्यास करेंगे।

स्कूलों के कमान और नियंत्रण केंद्र में प्रधानमंत्री

प्रधानमंत्री 18 अप्रैल को शाम करीब छह बजे गांधीनगर में स्कूलों के कमांड एंड कंट्रोल सेंटर का दौरा करेंगे। छात्रों को समग्र शिक्षण देने के परिणामों को बढ़ाने के लिए केंद्र प्रति वर्ष 500 करोड़ से अधिक डेटा सेट एकत्र करता है और व्यापक डेटा विश्लेषण, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और मशीनी शिक्षण का उपयोग करके उनका सार्थक विश्लेषण करता है। केंद्र शिक्षकों और छात्रों की दैनिक ऑनलाइन उपस्थिति को ट्रैक करने में मदद करता है, छात्रों के सीखने के परिणाम का केंद्रीकृत योगात्मक और आवधिक मूल्यांकन करता है। स्कूलों के लिए कमांड एंड कंट्रोल सेंटर को विश्व बैंक द्वारा वैश्विक रूप से एक सर्वोत्तम प्रणाली माना गया है और इसके बारे में जानने के लिए अन्य देशों को भी आमंत्रित किया गया है।

बनासकांठा के दियोदर में बनास डेयरी संकुल में प्रधानमंत्री

प्रधानमंत्री बनासकांठा जिले के दियोदर में 19 अप्रैल को सुबह करीब 9 बजकर 40 मिनट पर 600 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से बनाए गए एक नये डेयरी परिसर और आलू प्रसंस्करण संयंत्र को राष्ट्र को समर्पित करेंगे। नया डेयरी परिसर एक हरित क्षेत्र परियोजना है। यह संयंत्र प्रतिदिन लगभग 30 लाख लीटर दूध के प्रसंस्करण में सक्षम होगा, लगभग 80 टन मक्खन, एक लाख लीटर आइसक्रीम, 20 टन संघनित दूध (खोया) और 6 टन चॉकलेट का उत्पादन करेगा। आलू प्रसंस्करण संयंत्र विभिन्न प्रकार के प्रसंस्कृत आलू उत्पादों जैसे फ्रेंच फ्राइज़, आलू चिप्स, आलू टिक्की, पैटी आदि का उत्पादन करेगा, जिन्हें कई अन्य देशों को निर्यात किया जाएगा। ये संयंत्र स्थानीय किसानों को सशक्त बनाएंगे और क्षेत्र में ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाएंगे।

प्रधानमंत्री बनास सामुदायिक रेडियो स्टेशन भी राष्ट्र को समर्पित करेंगे। यह सामुदायिक रेडियो स्टेशन किसानों को कृषि और पशुपालन से संबंधित प्रमुख वैज्ञानिक जानकारी प्रदान करने के लिए स्थापित किया गया है। आशा है कि रेडियो स्टेशन लगभग 1700 गांवों के 5 लाख से अधिक किसानों से जुड़ेगा।

प्रधानमंत्री पालनपुर में बनास डेयरी संयंत्र में पनीर उत्पादों और मट्ठा पाउडर के उत्पादन के लिए विस्तारित सुविधाओं को राष्ट्र को समर्पित करेंगे। साथ ही, प्रधानमंत्री गुजरात के दामा में स्थापित जैविक खाद और बायोगैस संयंत्र राष्ट्र को समर्पित करेंगे।

प्रधानमंत्री खिमाना, रतनपुरा-भीलडी, राधनपुर और थावर में स्थापित होने वाले 100 टन क्षमता के चार गोबर गैस संयंत्रों की आधारशिला रखेंगे।

डब्ल्यूएचओ ग्लोबल सेंटर फॉर ट्रेडिशनल मेडिसिन

प्रधानमंत्री 19 अप्रैल को दोपहर करीब साढ़े तीन बजे जामनगर में डब्ल्यूएचओ ग्लोबल सेंटर फॉर ट्रेडिशनल मेडिसिन (जीसीटीएम) का शिलान्यास करेंगे। इस अवसर पर मॉरिशस के प्रधानमंत्री श्री प्रविंद कुमार जगन्नाथ और विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के महानिदेशक डॉ. टेड्रॉस घेब्रेयसस भी उपस्थित रहेंगे। जीसीटीएम दुनिया भर में पारंपरिक चिकित्सा के लिए पहला और एकमात्र वैश्विक आउटपोस्ट केंद्र होगा। यह वैश्विक स्तर पर स्वास्थ्य के एक अंतरराष्ट्रीय केंद्र के रूप में उभरेगा।

वैश्विक आयुष निवेश और नवाचार शिखर सम्मेलन

गुजरात के गांधीनगर में महात्मा मंदिर में होने वाले वैश्विक आयुष निवेश और नवाचार शिखर सम्मेलन का उद्घाटन प्रधानमंत्री 20 अप्रैल को सुबह करीब 10 बजकर 30 मिनट पर करेंगे। इस अवसर पर मॉरीशस के प्रधानमंत्री और डब्ल्यूएचओ के महानिदेशक भी मौजूद रहेंगे। इस तीन दिवसीय शिखर सम्मेलन में लगभग 90 प्रख्यात वक्ताओं और 100 प्रदर्शकों की उपस्थिति के साथ 5 पूर्ण सत्र, 8 गोलमेज सम्मेलन, 6 कार्यशालाएं और 2 संगोष्ठियों का आयोजन किया जाएगा। शिखर सम्मेलन निवेश क्षमता को उजागर करने में मदद करेगा और नवाचार, अनुसंधान तथा विकास, स्टार्ट-अप, इको सिस्टम और कल्याण उद्योग को बढ़ावा देगा। यह उद्योग जगत प्रमुखों, शिक्षाविदों और विद्वानों को एक साथ लाने में मदद करेगा और भविष्य के सहयोग के लिए एक मंच प्रदान करने के रूप में कार्य करेगा।

आदिजाति महासम्मेलन, दाहोद में प्रधानमंत्री

प्रधानमंत्री 20 अप्रैल को दोपहर लगभग 3 बजकर 30 मिनट पर दाहोद में आदिजाति महासम्मेलन में भाग लेंगे, जहां वह लगभग 22,000 करोड़ रुपये की विभिन्न विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास करेंगे। सम्मेलन में 2 लाख से अधिक लोगों के भाग लेने की उम्मीद है।

प्रधानमंत्री 1400 करोड़ रुपये से अधिक की परियोजनाओं का उद्घाटन करेंगे। वह दाहोद जिला दक्षिणी क्षेत्र में क्षेत्रीय जल आपूर्ति योजना का उद्घाटन करेंगे, जो नर्मदा नदी बेसिन पर लगभग 840 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित है। यह दाहोद जिले और देवगढ़ बरिया शहर के लगभग 280 गांवों की जलापूर्ति की जरूरतों को पूरा करेगी। प्रधानमंत्री करीब 335 करोड़ रुपये की दाहोद स्मार्ट सिटी की पांच परियोजनाओं का भी उद्घाटन करेंगे। इन परियोजनाओं में इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर (आईसीसीसी) बिल्डिंग, स्टॉर्म वाटर ड्रेनेज सिस्टम, सीवरेज वर्क्स, सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट सिस्टम और रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम शामिल हैं। प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत पंचमहल और दाहोद जिले के 10,000 जनजातीय लोगों को 120 करोड़ रुपये की सहायता दी जाएगी। प्रधानमंत्री 66 केवी घोड़िया सबस्टेशन, पंचायत हाउस, आंगनवाड़ी समेत अन्य परियोजनाओं का भी उद्घाटन करेंगे।

प्रधानमंत्री दाहोद में उत्पादन इकाई में 9000 एचपी इलेक्ट्रिक लोकोमोटिव के निर्माण की आधारशिला भी रखेंगे। परियोजना की लागत करीब 20,000 करोड़ रुपये है। भाप इंजनों के आवधिक ओवरहाल के लिए 1926 में स्थापित दाहोद कार्यशाला में महत्वपूर्ण सुधारों के साथ विद्युत लोकोमोटिव निर्माण इकाई को अपग्रेड किया जाएगा। यह 10,000 से अधिक लोगों को प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार प्रदान करेगी। प्रधानमंत्री करीब 550 करोड़ रुपये की राज्य सरकार की विभिन्न परियोजनाओं की आधारशिला भी रखेंगे। इसमें करीब 300 करोड़ रुपये की जलापूर्ति से संबंधित परियोजनाएं, 175 करोड़ रुपये की दाहोद स्मार्ट सिटी परियोजनाएं, दुधिमती नदी परियोजना से संबंधित कार्य, घोड़िया में जीईटीसीओ सबस्टेशन से जुड़ी अन्य परियोजनाएं शामिल हैं।